
बैतूल, मध्यप्रदेश: बैतूल जिले में पूर्व कांग्रेस विधायक और उद्योगपति निलय विनोद डागा की बैतूल ऑइल मिल में एक बड़ा हादसा सामने आया है। मिल के एक टैंक में दो सीनियर मशीन ऑपरेटरों के शव मिलने से हड़कंप मच गया। मृतकों की पहचान कैलाश पानकर और दयाराम नरवरे के रूप में हुई है। इस हादसे के बाद नाराज परिजनों और मिल कर्मचारियों ने जिला अस्पताल के सामने चक्काजाम कर दिया और 50-50 लाख रुपये मुआवजे की मांग की।
क्या है पूरा मामला?
बैतूल ऑइल मिल, जो सोयाबीन ऑयल उत्पादन करती है, में काम करने वाले दो सीनियर मशीन ऑपरेटर मृत पाए गए। दोनों के शव एक टैंक के अंदर से बरामद किए गए, जिससे इस मौत को लेकर संदेह बढ़ गया है। फिलहाल, पुलिस इस हादसे की जांच में जुटी हुई है।
परिजनों और कर्मचारियों का विरोध
मृतकों के परिजन और मिल के अन्य कर्मचारी आक्रोशित हो गए और जिला अस्पताल के सामने विरोध प्रदर्शन करते हुए रास्ता जाम कर दिया। उनकी मांग है कि मृतक कर्मचारियों के परिजनों को 50-50 लाख रुपये का मुआवजा दिया जाए।
मौके पर पुलिस बल तैनात, जांच जारी
स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। प्रशासन की ओर से इस घटना की जांच की जा रही है ताकि यह स्पष्ट हो सके कि यह हादसा था या लापरवाही का नतीजा।
क्या इस हादसे के लिए कोई जिम्मेदार होगा?
इस घटना ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं—
- क्या यह एक औद्योगिक दुर्घटना थी या सुरक्षा में कोई बड़ी चूक हुई?
- क्या मृतक कर्मचारियों के परिवारों को न्याय मिलेगा?
- क्या बैतूल ऑइल मिल में श्रमिक सुरक्षा मानकों का पालन किया जाता है?
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