Wednesday, April 23, 2025
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मध्य प्रदेश के सरकारी स्कूलों की गिरती हालत – शिक्षा व्यवस्था पर बड़ा सवाल failing education policies in mp

5,500 सरकारी स्कूलों में ZERO एडमिशन – आखिर क्यों?

क्या आप जानते हैं कि मध्य प्रदेश के 5,500 सरकारी स्कूलों में इस साल एक भी स्टूडेंट ने एडमिशन नहीं लिया? यह केवल एक आंकड़ा नहीं, बल्कि Madhya Pradesh की शिक्षा व्यवस्था के गिरते स्तर का भयावह सच है। 25,000 सरकारी स्कूलों में सिर्फ 1 या 2 छात्र पढ़ रहे हैं और 11,345 स्कूलों में 10 से भी कम बच्चे नामांकित हैं। ये आंकड़े दिखाते हैं कि parents का government schools से भरोसा उठता जा रहा है, चाहे सरकार Free Uniform, Mid-Day Meal जैसी योजनाएं ही क्यों न चला ले।


📌 शिक्षकों की भारी कमी – बच्चों की पढ़ाई पर असर

मध्य प्रदेश में 1,275 सरकारी स्कूलों में कोई स्थायी शिक्षक (Permanent Teachers) नहीं हैं।
👉 पढ़ाई का पूरा भार Guest Teachers पर है, जिनकी संख्या सीमित है और अनुभव भी कम।
👉 कई स्कूलों में शिक्षक Administrative Work में व्यस्त हैं – कभी Voter List, तो कभी Census Work

➡️ जब शिक्षकों पर ज्यादा प्रशासनिक जिम्मेदारियां होंगी, तो पढ़ाई का स्तर गिरना लाजमी है।


नई शिक्षा नीति (NEP 2020) – सिर्फ कागजों में ही सुधार?

2020 में लागू की गई National Education Policy (NEP) का उद्देश्य था:
Practical Learning और Skill-Based Education को बढ़ावा देना।
Coding, Artificial Intelligence (AI), Creative Writing जैसी Modern Subjects को शामिल करना।

लेकिन 5 साल बाद भी MP में NEP 2020 का सही क्रियान्वयन (Implementation) नहीं हुआ।
❌ अब भी Outdated Curriculum और Rote Learning (रट्टा सिस्टम) ही लागू है।
❌ Smart Classrooms और Interactive Learning के नाम पर कोई ठोस योजना नहीं।

👉 जब तक Curriculum और Teaching Methods को अपडेट नहीं किया जाएगा, सरकारी स्कूलों की हालत नहीं सुधरेगी।


ऑनलाइन ट्रैकिंग VS बोरिंग पढ़ाई – असली समाधान क्या है?

सरकार ने स्कूलों में Online Attendance Tracking System लागू करने की योजना बनाई है, जिससे Dropout Rate को कम किया जा सके। लेकिन…
❌ जब पढ़ाई उबाऊ (Boring Learning Methods) होगी, तो बच्चे स्कूल क्यों आएंगे?
❌ स्कूलों में Modern Infrastructure, Smart Classes, और Interactive Learning नहीं है।
❌ सिर्फ हाजिरी ट्रैक करने से सरकारी स्कूलों की हालत नहीं सुधरने वाली।

➡️ Quality Education के बिना सरकारी स्कूलों में बच्चों की संख्या नहीं बढ़ेगी!


क्यों सरकारी स्कूलों से Parents ने बना ली दूरी?

📉 सरकारी स्कूलों में एडमिशन घटने के पीछे सबसे बड़ा कारण – Low Quality Education
Private Schools में बच्चों को Better Teachers, Modern Facilities और Extracurricular Activities मिलती हैं।
Government Schools में Library, Sports Ground, और Digital Learning जैसी सुविधाओं का अभाव है।
✅ पढ़ाई सिर्फ रट्टा आधारित है, जिससे बच्चों का Overall Development नहीं हो रहा।

👉 Parents अब मोटी फीस देकर भी Private Schools को बेहतर विकल्प मानते हैं।


📢 सरकार का नया प्लान – लेकिन क्या यह कारगर होगा?

Madhya Pradesh School Education Minister ने कहा है कि:
✅ समाज के हर वर्ग की भागीदारी से Enrollment Rate को बढ़ाया जाएगा।
✅ शिक्षकों की Administrative Workload को कम किया जाएगा।
SCERT (State Council of Educational Research and Training) में सुधार करके शिक्षकों को Modern Teaching Methods सिखाई जाएंगी।

➡️ सरकार ने 4473 Pre-Primary Schools में 1 लाख बच्चों का नामांकन किया है।
➡️ 400 Anganwadi Workers को ट्रेनिंग दी जा रही है।

👉 लेकिन असली सवाल यह है – क्या सिर्फ योजनाएं बनाने से सरकारी स्कूलों की हालत सुधर सकती है?


🎯 शिक्षा सुधार के लिए क्या करना होगा?

Modern Curriculum लागू करना होगा, ताकि बच्चे सिर्फ रट्टा न लगाएं, बल्कि Practical Skills सीखें।
Smart Classrooms, Digital Learning, और Interactive Teaching Methods को बढ़ावा देना होगा।
Teachers की भर्ती और ट्रेनिंग को प्राथमिकता देनी होगी, ताकि Quality Education मिले।
Parents और Students का भरोसा वापस लाने के लिए सरकारी स्कूलों में बुनियादी सुविधाओं को सुधारा जाए।


शिक्षा में बदलाव की जरूरत!

मध्य प्रदेश के सरकारी स्कूलों की बदहाल स्थिति यह सोचने पर मजबूर कर देती है कि क्या सिर्फ योजनाएं बनाने से शिक्षा सुधर सकती है?
जब तक नीति का सही क्रियान्वयन (Implementation), शिक्षकों की कमी की भरपाई और आधुनिक पढ़ाई के तरीके नहीं अपनाए जाएंगे, तब तक Government Schools में Admission Rate बढ़ना मुश्किल होगा।

📢 आप क्या सोचते हैं?
➡️ क्या सरकारी स्कूलों की हालत सुधारने के लिए सरकार को ठोस कदम उठाने चाहिए?
➡️ क्या आपको लगता है कि Private Schools से ज्यादा बेहतर बनाने के लिए नई नीति जरूरी है?

✍️ अपनी राय कमेंट में दें और इस महत्वपूर्ण विषय पर जागरूकता फैलाने के लिए इस आर्टिकल को शेयर करें!

📢 सरकार की शिक्षा नीति सही दिशा में है या सिर्फ दिखावा?
👉 अपनी राय बताएं और Quality Education की इस बहस का हिस्सा बनें!

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