
मऊगंज, मध्यप्रदेश: मऊगंज जिले के शाहपुर थाना क्षेत्र के गड़रा गांव में हिंसा भड़क उठी, जहां एक युवक की हत्या के बाद पुलिस और प्रशासन पर हमला किया गया। इस घटना में थाना प्रभारी संदीप भारतीय, तहसीलदार और कई पुलिसकर्मी गंभीर रूप से घायल हो गए, जबकि एसएएफ के एएसआई रामचरण गौतम की मौत हो गई।
क्या है पूरी घटना?
मिली जानकारी के अनुसार, आदिवासी समुदाय के लोगों ने एक द्विवेदी परिवार के युवक की हत्या कर दी, जिसके बाद गांव में भारी तनाव फैल गया। पुलिस जैसे ही मौके पर पहुंची, भीड़ बेकाबू हो गई और पत्थरबाजी व धारदार हथियारों से हमला कर दिया।
हमले में कई प्रशासनिक अधिकारी बुरी तरह घायल हो गए। हालात इतने बिगड़ गए कि महिला अधिकारी और एसडीओपी को बंधक बना लिया गया। इसी बीच, आदिवासी समुदाय ने बंधक बनाए गए युवक रज्जन की हत्या कर दी, जिससे हालात और गंभीर हो गए।
हिंसा के पीछे क्या कारण हो सकते हैं?
इस हमले के पीछे जमीन विवाद, आपसी रंजिश या सामाजिक तनाव को कारण बताया जा रहा है। हालांकि, प्रशासनिक जांच के बाद ही इस घटना की असली वजह सामने आ पाएगी।
स्थिति नियंत्रण में लाने के प्रयास
स्थिति को नियंत्रित करने के लिए नईगढ़ी, मऊगंज और आसपास के थानों से अतिरिक्त पुलिस बल बुलाया गया है। प्रशासन स्थिति पर नजर बनाए हुए है, लेकिन तनाव अब भी बरकरार है।
क्या आगे होगा?
अब सवाल उठता है कि क्या प्रशासन हालात काबू कर पाएगा?
क्या इस घटना के पीछे कोई साजिश थी, या यह महज आपसी विवाद का नतीजा था?
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