
देवास, मध्य प्रदेश: भारत और न्यूजीलैंड के बीच हुए फाइनल मुकाबले में भारत की जीत की खुशी में देवास शहर में कुछ युवकों ने हुड़दंग मचाया, जिसका नतीजा उन्हें भारी पड़ा। रविवार रात सयाजी द्वार पर बड़ी संख्या में लोग जमा हुए और पटाखे फोड़ने लगे, जिससे वाहन चालकों और राहगीरों को परेशानी हुई। जब पुलिस ने युवकों को समझाने की कोशिश की, तो उन्होंने पुलिस के साथ अभद्रता की और पुलिस वाहन को नुकसान पहुंचाने की कोशिश की।
पुलिस की कार्रवाई: मुंडन कर निकाला जुलूस
सोमवार को पुलिस ने CCTV फुटेज और वीडियो के आधार पर 10 युवकों को चिन्हित किया और हिरासत में लेकर उनसे पूछताछ की। देर शाम, पुलिस ने इन युवकों का मुंडन करवा कर एमजी रोड पर जुलूस निकाला। जुलूस के दौरान युवक अपना चेहरा छुपाते नजर आए।
मोमोज दुकानदार की पिटाई का मामला भी गर्माया
इस पूरे घटनाक्रम के दौरान पुलिस द्वारा एक निर्दोष मोमोज दुकानदार अखिलेश यादव की पिटाई का मामला भी सामने आया। इस घटना का CCTV फुटेज वायरल होने के बाद पुलिसकर्मी मन्नूलाल वर्मा को लाइन अटैच कर दिया गया। घायल दुकानदार को पहले स्थानीय अस्पताल और बाद में इंदौर रेफर किया गया, जहां उसकी हालत स्थिर बताई जा रही है।
सोशल मीडिया पर छिड़ी बहस
इस घटना के बाद सोशल मीडिया पर पुलिस की कार्रवाई को लेकर मिली-जुली प्रतिक्रियाएं आ रही हैं। कुछ लोग इसे पुलिस की सख्ती बता रहे हैं, तो कुछ इसे जरूरी कार्रवाई मान रहे हैं। पुलिस का कहना है कि फुटेज के आधार पर और भी लोगों की पहचान कर कार्रवाई की जाएगी।
भारत की जीत की खुशी में हुड़दंग करना युवकों के लिए महंगा साबित हुआ। देवास पुलिस ने कड़ा कदम उठाते हुए न सिर्फ शांति भंग करने वालों पर कार्रवाई की, बल्कि एक निर्दोष दुकानदार को न्याय भी दिलाया। प्रशासन ने लोगों से शांतिपूर्ण जश्न मनाने की अपील की है और कानून-व्यवस्था बनाए रखने पर जोर दिया है।
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