

मंदसौर। पिछले दिनों राजस्थान में स्लीपर बस में फैले करंट की वजह से दर्दनाक हादसा हुआ था। इसके बाद से बसों की छत पर किसी प्रकार का सामान परिवहन करने पर सख्ती से रोक लगा दी गई है। बसों की जांच कर अनियमितताएं पाए जाने पर एक लाख रुपए तक का चालान काटा जा रहा है। इसके चलते निजी बस संचालक अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं। इसका सीधा सीधा असर नीमच जिला मुयालय पर भी पड़ रहा है। प्रतिदिन औसत 300 यात्री बस हड़ताल की वजह से परेशान हो रहे हैं।
राजस्थान सरकार की सती के चलते मंदसौर से राजस्थान की ओर चलने वाली करीब 12 निजी स्लीपर कोच बसों के पहिए भी थम गए हैं। यह बसें मंदसौर से दिल्ली, हरिद्वार, जयपुर, जोधपुर आदि स्थानों पर जाती थीं। नीमच से अहमदाबाद की ओर जाने वाली बसों का परिवहन जारी है। राजस्थान से होकर गुजरने वाली स्लीपर कोच बसों के बंद होने से इस रूट पर प्रतिदिन औसत 200 यात्री परेशान होते हैं। ऐसा नहीं कि हड़ताल से केवल राजस्थान जाने वाले यात्री ही परेशान हो रहे हैं। स्लीपर कोच बसों के बंद होने से उत्तर से लेकर दक्षिण की ओर जाने वाले यात्री भी परेशान हैं।
राजस्थान से लबी दूरी की बसें भी संचालित होती हैं। इनसे यात्री बेंगलुुरु, पूना आदि शहरों का सफर करते हैं। बसों की हड़ताल से इस रूट पर करीब 100 यात्री प्रतिदिन परेशान हो रहे हैं। उनके पास एकमात्र विकल्प ट्रेन का ही बच रहा है। वहां भी रिजर्वेशन नहीं मिल पा रहा है। इसके चलते यात्रियों को टुकड़ों में गंतव्य तक पहुंचना पड़ रहा है। मंदसौर से अहमदाबाद की ओर सफरकरने वाले यात्रियों को अभी कोई परेशानी नहीं हो रही है। इसका कारण है कि जिस रूट से होकर मंदसौश्र से बसें अहमदाबाद जा रही हैं उस पर कोई बड़ा शहर नहीं पड़ता है। उदयपुर से पहले बायपास होकर बस निकल जाती है। उदयपुर से 90 किलोमीटर आगे गुजरात की सीमा लग जाती है। इस कारण स्लीपर कोच बसों का इस रूट पर संचालन बेरोकटोक जारी है।
नीमच में तीन के कटे चालान
नीमच से राजस्थान की ओर चलने वाली स्लीपर बसों में नए नियमों के तहत सुविधाएं नहीं हैं। इसके चलते बस संचालकों को भी परिवहन में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। पिछले दिनों नीमच से संचालित गायत्री ट्रेवल्स की बसों पर चालानी कार्रवाई की गई। तीन बसों से 10-10 हजार रुपए जुमार्ना वसूला गया। बस संचालकों का कहना है कि फिटनेस आरटीओ ने दिया है। नियम अनुसार की बसों का संचालन किया जा रहा है। इसके बाद भी चालानी कार्रवाई की गई है। इसके विरोध में ही नीमच से भी राजस्थान की ओर चलने वाली स्लीपर कोच बसों का परिवहन बंद कर दिया गया है। ऐसी करीब 12 बसों के पहिए राजस्थान रूट पर अनिश्चितकाल के लिए थम गए हैं। राजस्थान में संचालित हो रही स्लीपर बसों के तो एक-एक लाख रुपए तक के चालान काटे गए हैं। इतनी बड़ी राशि के चालान कटने की वजह से ही वहां निजी बस संचालकों ने अनिश्चितकालीन हड़ताल की है।






