मंदसौर। विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं के रिजल्ट और भर्तियां अब तक अधर में हैं। इस वजह से अभ्यर्थियों में भी नाराजगी है। समय पर परीक्षाएं न होने और रिजल्ट में गड़बड़ी को लेकर भी युवा बेरोजगार आंदोलन कर रहे हैं। अभ्यर्थियों का कहना है कि परीक्षाएं समय पर नहीं होतीं, जब होती है तो रिजल्ट में गड़बड़ी हो जाती है। ईएसबी द्वारा नर्मालाइजेशन की प्रक्रिया में अभ्यर्थी फेल हो जाते हैं। अभ्यर्थियों का कहना है कि परीक्षाओं की लेटलतीफी के कारण वे ओवरएज हो रहे हैं। लेकिन इस ओर ध्यान ही नहीं दिया जा रहा।
एसआई की भर्ती 2017 के बाद से नहीं
मप्र में एसआई की भर्ती परीक्षा सात साल पहले 2017 में हुई थी। इसी के साथ पटवारी जांच रिपोर्ट को भी सार्वजनिक नहीं किया गया। पिछले साल जेल उपनिरीक्षक, जेल प्रहारी और वन रक्षक की भर्ती का आयोजन किया गया जिसका फिजिकल टेस्ट भी हो गया लेकिन रिजल्ट आज तक घोषित नहीं किया गया। बेरोजगार सेना के गोपाल प्रजापत ने बताया कि मप्र में लाखों बेरोजगार युवाओं का भविष्य इन परीक्षाओं की लेटलतीफी के कारण अधर में है। सरकार भी चुप है।
पात्रता परीक्षा वर्ग 2 की तारीख घोषित नहीं
इसके अलावा शिक्षक पात्रता परीक्षा वर्ग 2 की पात्रता परीक्षा का आयोजन किया गया लेकिन अब तक मुख्य परीक्षा की तारीख , पाठ्यक्रम और पद संख्या का निर्धारण नहीं किया जा सका है।
MP Unemployment at its peak 7 years to exams:बेरोजगारी की मार, ओवरएज हो रहे अभ्यर्थी
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