
मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ (Kamal Nath) ने एक बार फिर भ्रष्टाचार (Corruption) और बेरोजगारी (Unemployment) जैसे गंभीर मुद्दों को लेकर भाजपा सरकार (BJP Government) पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) अब “भ्रष्टाचार की राजधानी” बन चुका है, जहां न तो कोई ठोस विकास कार्य हो रहे हैं और न ही युवाओं के लिए रोजगार के अवसर उपलब्ध कराए जा रहे हैं।
पांढुर्णा में कार्यकर्ता सम्मेलन, विकास की अनदेखी पर सवाल
पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ और पूर्व सांसद नकुलनाथ (Nakul Nath) ने हाल ही में पांढुर्णा (Pandhurna) में आयोजित एक कांग्रेस कार्यकर्ता सम्मेलन में भाग लिया। इस दौरान कमलनाथ ने पांढुर्णा को जिला बनाए जाने के बाद भी विकास कार्यों में हो रही देरी पर सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि “एक साल हो गया, लेकिन अब तक यहां कोई बड़ा बदलाव देखने को नहीं मिला। सरकार ने केवल कलेक्टर और एसपी की नियुक्ति कर दी, लेकिन असली विकास कहां है?”
GIS समिट पर उठाए सवाल, निवेश पर जताया संदेह
कमलनाथ ने ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट (GIS Summit) पर भी सवाल उठाते हुए कहा कि यह समिट केवल प्रचार का जरिया बनकर रह गई है। उन्होंने कहा कि बड़े-बड़े वादे किए जाते हैं, लेकिन धरातल पर कोई ठोस निवेश नहीं होता। उन्होंने सरकार से पूछा, “GIS समिट से कितनी नौकरियां आईं? कितने उद्योग लगे? अगर निवेश हुआ है, तो वह कहां है?”
नकुलनाथ ने भी लगाया सरकार पर भ्रष्टाचार का आरोप
पूर्व सांसद नकुलनाथ ने भी भाजपा सरकार पर भ्रष्टाचार और विकास में असफलता को लेकर निशाना साधा। उन्होंने कहा, “बीजेपी सरकार ने पांढुर्णा को जिला तो बना दिया, लेकिन यहां कोई सरकारी भवन तक नहीं बनाए गए। विकास कार्यों के लिए कोई फंड जारी नहीं किया गया।” उन्होंने आगे कहा कि “जनता को गुमराह किया जा रहा है और झूठे वादों के सहारे राजनीति की जा रही है।”
जनता से की अपील, कांग्रेस देगी मजबूत विकल्प
नकुलनाथ ने पांढुर्णा के नागरिकों से अपील करते हुए कहा कि वे सच्चाई को समझें और अपने अधिकारों के लिए आवाज उठाएं। उन्होंने भरोसा दिलाया कि कांग्रेस (Congress Party) पूरी तरह से इस क्षेत्र के विकास के लिए प्रतिबद्ध है।
राजनीतिक भविष्य की दिशा क्या होगी?
मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव 2023 के बाद अब राजनीतिक माहौल लगातार गर्माया हुआ है। कांग्रेस और भाजपा के बीच सत्ता संघर्ष तेज हो गया है। कमलनाथ और नकुलनाथ का यह हमला बताता है कि आगामी चुनावों में विकास, भ्रष्टाचार और रोजगार जैसे मुद्दे अहम भूमिका निभाने वाले हैं।
क्या जनता भाजपा के वादों पर भरोसा करेगी या कांग्रेस को एक बार फिर मौका देगी? यह तो आने वाला समय ही बताएगा। लेकिन एक बात तय है कि मध्य प्रदेश की राजनीति में हलचल बढ़ चुकी है।