
भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव अब सीधे युद्ध की स्थिति में पहुंच चुका है। यह अब केवल अटकलें नहीं रहीं — युद्ध शुरू हो चुका है और इसकी पुष्टि कई स्तरों पर हो चुकी है। भारत द्वारा किया गया ‘ऑपरेशन सिंदूर’ इस पूरे घटनाक्रम की शुरुआत माना जा रहा है।
ऑपरेशन सिंदूर: आतंकी ठिकानों पर भारत का सटीक हमला
भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में आतंकी लॉन्चपैड्स और कमांड बंकरों पर हमला किया। इस ऑपरेशन में भारत ने ध्यान रखा कि किसी भी नागरिक को नुकसान न पहुंचे। हमले रात में किए गए ताकि सिविलियन गतिविधि प्रभावित न हो।
भारत ने पहले ही स्पष्ट कर दिया था —
“अगर पाकिस्तान युद्ध को बढ़ावा देगा, तो भारत 10 गुना जवाब देगा।”
जम्मू पर पाकिस्तान की जवाबी कार्रवाई
कल रात पाकिस्तान ने जम्मू और आस-पास के क्षेत्रों पर ड्रोन और मिसाइल हमले की कोशिश की।
सूत्रों के अनुसार, अटैक के निशाने पर थे:
- जम्मू एयरफोर्स स्टेशन
- नागरोटा आर्मी बेस
- सांबा सेक्टर
- जम्मू-पठानकोट हाईवे
भारतीय वायुसेना ने S-400 मिसाइल डिफेंस सिस्टम की मदद से अधिकतर हमलों को नाकाम कर दिया। पाकिस्तान के F-16 फाइटर जेट्स को भी इंटरसेप्ट किया गया, और कम से कम 2 से 3 जेट मार गिराए गए हैं।
15 भारतीय शहरों पर मिसाइल हमले की कोशिश
पाकिस्तान ने 15 भारतीय शहरों पर ड्रोन और मिसाइल अटैक का प्रयास किया, जिनमें शामिल थे:
- श्रीनगर, पठानकोट, जम्मू, अमृतसर
- कपूरथला, जालंधर, लुधियाना
- भटिंडा, चंडीगढ़, नाल
- फलोदी, उत्तरलाई, भुज
S-400 और आकाश मिसाइल डिफेंस सिस्टम ने इन सभी हमलों को विफल कर दिया। कोई भी मिसाइल भारत के महत्वपूर्ण एसेट्स पर निशाना साधने में सफल नहीं हो सकी।
भारत का पलटवार: लाहौर और सियालकोट पर स्ट्राइक
भारतीय सेना ने सियालकोट, जफरवाल और शकरगढ़ जैसे इलाकों में पाकिस्तान की अग्रिम चौकियों पर भारी तोपखाना और एयरस्ट्राइक की।
खबरों के अनुसार, लाहौर के डिफेंस सिस्टम को पूरी तरह तबाह कर दिया गया है।
बलूचिस्तान में विद्रोह और पाकिस्तान में आंतरिक संकट
पाकिस्तान पर दबाव इस कदर बढ़ चुका है कि बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी (BLA) ने भी कई सैन्य ठिकानों पर हमले किए हैं।
इन हमलों में 14 पाकिस्तानी सेना कमांडर्स मारे गए हैं। कराची, लाहौर, रावलपिंडी और गुजरांवाला जैसे शहरों में लगातार ड्रोन अटैक की खबरें सामने आ रही हैं।
S-400: भारत का ‘सुदर्शन चक्र’
भारत का S-400 डिफेंस सिस्टम, जिसे रूस से खरीदा गया था, इस युद्ध में बेहद कारगर साबित हो रहा है। इसकी क्षमताएं:
- 400 किमी रेंज तक किसी भी टारगेट को खत्म करने में सक्षम
- 100 से ज्यादा टारगेट को एक साथ निशाना बनाने की ताकत
- मैक 14 की स्पीड (ध्वनि की गति से 14 गुना तेज)
इसी की वजह से भारत ने हर मिसाइल और ड्रोन हमले को नाकाम कर दिया।
अब ज़मीनी हकीकत है?
भारत और पाकिस्तान के बीच यह संघर्ष अब सीमित नहीं रहा। यह एक पूर्ण सैन्य संघर्ष का रूप ले चुका है, जिसमें ड्रोन वॉरफेयर, एयर स्ट्राइक्स और साइबर रणनीतियाँ शामिल हो रही हैं।
सरकार की ओर से अपील:
किसी भी अफवाह या फेक वीडियो पर विश्वास न करें जब तक आधिकारिक पुष्टि न हो जाए।