मंदसौर। वाईडी नगर थाना क्षेत्र की कुछ दूरी पर शनिवार की रात एक तेज रफ्तार कार ने बाइक सवार दो युवकों को रौंद दिया। बाइक सवार सूरजमल पिता रामकिशन मावर निवासी राम टेकरी मन्दसौर और राजेश पिता रामनारायण निवासी नापाखेड़ा की मौके पर ही मौत हो गई। इस मामले को लेकर खासी चर्चाओं का दौर सोशल मीडिया पर चला, जिस पर वाय डी नगर मोहर लगती नजर आ रही है । इस मामले में मीडिया के मुखर होने के बाद पुलिस ने तीन दिन बाद कथित आरोपी को गिरफ्तार किया है। पुलिस की कहानी के अनुसार कार अक्षय पिता अरुण जैन निवासी कालाखेत चला रहा था, इसके अलावा कार में दो युवतियां और एक पुरुष मित्र भी सवार थे। कार को पुलिस ने डीवीएम स्कूल के पास से बरामद किया है, वायडी नगर टीआई संदीप मंगोलिया ने बताया कि मामले में सीसीटीवी कैमरे और अन्य प्रत्यक्ष दर्शियों की मदद से कार चालक तक पुलिस पहुंची है। कथित आरोपी अक्षय को कोर्ट में पेश किया जाएगा।
लीपापोती की चर्चाएं
चर्चा है कि उक्त वाहन युवती चला रही थी, इस मामले में अनुष्ठा और अपूर्वी, का नाम भी चर्चाओं में है, बताया जाता है उक्त कार एक युवती चला रही थी, जबकि एक युवती पास वाली सीट पर बैठी हुई थी ।
छपरी कार ग्रुप..
हाय प्रोफाइल कार ग्रुप मंदसौर में चर्चित है, इस घटना के बाद सोशल मीडिया से कुछ हाय प्रोफाइल छपरियो के अकाउंट डिसेबल भी हुवे है ।
सड़क पर हिट हुवा खाकी का जाहोजालाल
मन्दसौर हिट एंड रन के इस मामले में वाय डी नगर पुलिस के हाथ तीन दिन बाद बटेर लगने जैसी है,
क्योंकि ऑनलाइन के इस जमाने में जब आरटीओ के एप में उंगलियों की थिरकन से किसी भी वाहन की हिस्ट्री और भूगोल सब मिनटों में पता चल जाता है ऐसी स्थिति में
वाय डी नगर मन्दसौर के पुलसिये शायद तीन दिन से स्लेट पेंसिल के युग मे जी रहे थे.. और पट्टी पर पेम से गाड़ी नम्बर DL6C वगेरह लिख कर गली मोहल्लों में भटक कर ..? गाड़ी के मालिक मालिक का खेल खेल रहे थे…?
इस केस में जो मासूम अकाल मृत्यु को प्राप्त हो गए उनपर किसी का ध्यान नही है !
ऐन वक़्त पुलिस की सुस्ती कथित अक्षय या अक्षत को पकड़ कर मजाकिया रूप में क्यों कैसे प्रदर्शित हुई ? खोज का विषय हैं! बताया जाता है कार के मॉडल की तरह इस कांड में बड़े नाम से जुड़े हुवे है ? अच्छा हो इस मामले की पुलिस कप्तान सुजानिया अलग टीम बनाकर जांच करवाए ।