पिछले दिनों मन्दसौर में हुई विभिन्न घटनाओं की निष्पक्ष जांच कर दोषियों के विरुद्ध सीसीटीवी फुटेज के आधार पर कठोर कार्यवाही किए जाने की मांग को लेकर शहर ब्लॉक कांग्रेस कमेटी मन्दसौर का प्रतिनिधि मण्डल जिला पुलिस अधीक्षक अभिषेक आनंद से मिला । ज्ञापन सौंपकर सभी घटनाओं के दोषियों को चिन्हित कर कठोर कार्यवाही की मांग की । प्रतिनिधि मंडल में विधायक एवं जिला कांग्रेस अध्यक्ष विपिन जैन,पूर्व विधायक गण नवकृष्ण पाटिल,पुष्पा भारतीय,पूर्व जिला कांग्रेस अध्यक्ष प्रकाश रातडिया,शहर ब्लॉक कांग्रेस कमेटी मन्दसौर अध्यक्ष राघवेंद्रसिंह तोमर,पूर्व नपा अध्यक्ष मोहम्मद हनीफ शेख,विधानसभा पूर्व प्रत्याशी महेन्द्र सिंह गुर्जर,कांग्रेस नेता कांतिलाल राठौर,सोमिल नाहटा,रफत पयामी,डॉ प्रीतीपालसिंह राणा,मोहम्मद यूनुस मेव,विश्वनाथ सोनी, राजनारायण लाड़ आदि शामिल थे ।
ज्ञापन के बाद मीडिया से चर्चा करते हुए शहर ब्लॉक कांग्रेस कमेटी मन्दसौर अध्यक्ष राघवेंद्रसिंह तोमर ने बताया कि प्रतिनिधि मंडल द्वारा यह मांग कि दिनांक 16 सितंबर 2024 को ईद मिलादुन्नबी के जलसे के दौरान बस स्टैंड स्थित बड़े बालाजी मंदिर के समीप जो घटना घटित हुई उसकी हम घोर निंदा करते हैं । इस घटना के लिए जो भी दोषी हो उनको चिन्हित कर निष्पक्ष जांच कर उनके विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जावे ।
डॉ राघवेंद्रसिंह तोमर ने बताया कि इस घटना के पश्चात मंदसौर शहर में निर्दोष व्यापारियों के प्रतिष्ठानों पर जिस तरीके से तोड़फोड़ एवं आगजनी की घटनाएं की गई,निर्दोष लोगों के वाहन जलाए गए, बसों में तोड़फोड़ की गई यह घटनाऐं भी घोर निंदनीय है । इस घटना में भी जो लोग लिप्त है उनके विरुद्ध भी निष्पक्ष जांच करके कठोर से कठोर कार्रवाई की जाए ।
डॉ राघवेंद्रसिंह तोमर ने कहा कि मंदसौर शहर हमेशा शांति का टापू रहा है कभी भी इस तरह की घटनाएं मंदसौर में नहीं हुई है । लेकिन यह जो घटना हुई है इस घटना में जो भी दोषी हैं उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई किया जाना अत्यंत आवश्यक है । दोषी भले ही किसी भी धर्म या समुदाय का हो उसका अपराध क्षमा योग्य नहीं है । क्योंकि इन घटनाओं ने मंदसौर शहर के शांतिपूर्ण वातावरण को बिगड़ने का पूरा प्रयास किया है ।
डॉ राघवेंद्रसिंह तोमर ने कहा कि समूचे घटनाक्रम की निष्पक्ष जांच कराए जाने हेतु एक कमेटी बनाई जाए तथा सीसीटीवी फुटेज के आधार पर जो भी दोषी हो उन पर सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए ताकि भविष्य में इस प्रकार की घटनाएं घटित ना हो । साथ ही जिन लोगों द्वारा सार्वजनिक रूप से अधिकारियों की उपस्थिति में सार्वजनिक स्थान पर अश्लील शब्दों का प्रयोग कर कानून व्यवस्था को बिगाड़ने का कार्य किया गया इस तत्वों को भी चिन्हित कर कार्यवाही हो । प्रतिनिधि मंडल ने सोशल मीडिया पर अमर्यादित पोस्टें डालने वालों के विरुद्ध भी कठोर कार्यवाही की मांग की है ।