
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने कक्षा 10 की बोर्ड परीक्षा के लिए एक नया ‘बेस्ट ऑफ 2’ प्रारूप प्रस्तावित किया है, जो संभवतः अगले साल से लागू किया जा सकता है। यह नई परीक्षा प्रणाली राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) 2020 के दिशानिर्देशों के अनुरूप है, जो बोर्ड परीक्षाओं के दबाव को कम करने पर जोर देती है।
कैसे होगा cbse नया परीक्षा प्रारूप?
CBSE के नए मसौदा नीति के अनुसार:
- पहली परीक्षा 15 फरवरी से 7 मार्च के बीच आयोजित होगी और इसके परिणाम 20 अप्रैल को घोषित किए जाएंगे।
- दूसरी परीक्षा 5 मई से 20 मई के बीच होगी और इसके परिणाम 30 मई तक घोषित किए जाएंगे।
- पहली परीक्षा में छात्रों को अपने सभी पंजीकृत विषयों की परीक्षा देनी होगी।
- दूसरी परीक्षा उन छात्रों के लिए होगी जो अपनी पहली परीक्षा के अंकों में सुधार करना चाहते हैं या जो 1-5 विषयों में असफल हुए हैं और सुधार श्रेणी में आते हैं।
मुख्य विषयों की परीक्षा तिथियां स्थिर रहेंगी
CBSE के अनुसार, विज्ञान, गणित, सामाजिक विज्ञान, हिंदी और अंग्रेजी जैसे प्रमुख विषयों की परीक्षा दोनों चरणों में एक निश्चित तारीख पर आयोजित की जाएगी। क्षेत्रीय और विदेशी भाषाओं की परीक्षा एक ही बार होगी, जबकि अन्य विषयों की परीक्षा छात्रों की पसंद के अनुसार दो से तीन बार कराई जा सकती है।
CBSE ने स्पष्ट किया कि छात्रों को उनकी परीक्षा तिथि बोर्ड द्वारा निर्धारित विशेष फॉर्मूले और उनके विषय संयोजन के आधार पर दी जाएगी।
शिक्षकों और अभिभावकों की राय आमंत्रित
CBSE इस नई नीति पर सभी हितधारकों से 9 मार्च तक सुझाव आमंत्रित कर रहा है। यह नया प्रारूप बोर्ड परीक्षाओं के तनाव को कम करने और छात्रों को बेहतर स्कोर प्राप्त करने का अवसर देने की दिशा में एक बड़ा कदम साबित हो सकता है।