
इंदौर के पास महू में एक अनोखा और दिलचस्प विवाह संपन्न हुआ, जिसने स्थानीय लोगों के साथ सोशल मीडिया पर भी खूब चर्चा बटोरी। थाइलैंड की रहने वाली नारूएपक नाम की महिला ने भारतीय मूल के युवक जयंत सोनी के साथ पूर्ण हिंदू रीति-रिवाजों से विवाह किया।
इस अंतरराष्ट्रीय जोड़ी की प्रेम कहानी थाइलैंड में शुरू हुई, जहां दोनों पिछले करीब 10 वर्षों से एक ही कंपनी में साथ काम कर रहे थे। पहले पहचान बढ़ी, फिर दोस्ती और धीरे-धीरे दोनों एक-दूसरे के करीब आते गए। रिश्ते को आगे बढ़ाने के लिए दोनों ने अपने परिवारों को बताया और सहमति मिलने पर दुल्हन हजारों किलोमीटर दूर भारत पहुंची और महू में भारतीय परंपरा के साथ विवाह संपन्न हुआ।
थाइलैंड से आए दुल्हन के माता-पिता भावुक, भारतीय संस्कृति की सराहना
विवाह समारोह में दुल्हन के माता-पिता भी थाइलैंड से पहुंचे।
दुल्हन के पिता पैट्रिक पोएमपुल ने भारतीय विवाह परंपराओं की जमकर प्रशंसा की।
बाइट – पैट्रिक पोएमपुल, दुल्हन के पिता
दुल्हन की मां चुटीमा भी भारतीय रस्मों को देखकर बेहद खुश हुईं।
उन्होंने कहा कि दूल्हा, परिवार और पूरे समारोह ने उन्हें बेहद सम्मान दिया।
बाइट – चुटीमा, दुल्हन की मां
10 साल पुराने प्यार को मिला मंज़िल, दूल्हा जयंत ने बताई प्रेम कहानी
दूल्हे जयंत सोनी ने बताया कि नारूएपक उनके ऑफिस में असिस्टेंट के रूप में काम करती थीं। एक दशक साथ काम करने के दौरान दोनों के बीच गहरा विश्वास और प्यार पनपा।
जब रिश्ता आगे बढ़ाने की बात आई, तो दोनों परिवारों ने हामी भर दी और भारतीय एवं थाई परंपराओं के सम्मान के साथ विवाह तय हुआ।
जयंत इस समय बैंकॉक में हॉस्पिटैलिटी का व्यवसाय संभाल रहे हैं।
दुल्हन नारूएपक बोलीं: ‘लाल जोड़ा, मेहंदी और भारतीय रस्में… सब कुछ सपने जैसा’
नारूएपक ने कहा कि भारतीय रीति-रिवाज उन्हें बेहद खास और भावुक लगे।
लाल जोड़े, मेहंदी और सभी परंपराओं ने उन्हें भारतीय संस्कृति से जोड़ दिया।
जब दूल्हे जयंत ने उनकी मांग में सिंदूर भरा, तो थाइलैंड से आए परिजन आश्चर्य और खुशी से इस रस्म को देखते रह गए।






