
प्रदेश अध्यक्ष करणसिंह परिहार ने CMO को सौंपा ज्ञापन— कार्यक्रम में अपमानजनक शब्द कहे जाने पर कड़ी आपत्ति
मंदसौर। 63वें पशुपतिनाथ मेले के सांस्कृतिक कार्यक्रम में प्रसिद्ध गायक कैलाश खेर द्वारा मंच से कथित रूप से असभ्य और अपमानजनक शब्दों के उपयोग का मामला गंभीर होता जा रहा है। इस घटना को लेकर प्रदेश कल्याण समिति (मप्र) के प्रदेश अध्यक्ष करणसिंह परिहार ने नगर पालिका परिषद मंदसौर के मुख्य नगरपालिका अधिकारी को ज्ञापन सौंपकर कड़ी नाराज़गी जताई है।
ज्ञापन में कहा गया है कि कैलाश खेर द्वारा बोले गए शब्दों से न सिर्फ जनता और अतिथियों की भावनाएँ आहत हुईं, बल्कि इसने पूरे नगर की गरिमा को भी ठेस पहुँचाई है। परिहार ने उल्लेख किया कि कार्यक्रम संचालन में लापरवाही और मंच अनुशासन की कमी भी स्पष्ट रूप से देखी गई, जो आयोजकों की बड़ी चूक है।
परिहार ने बताया कि उन्होंने इस प्रकरण के संबंध में थाना नई आबादी मंदसौर में भी अलग से शिकायत दी है, ताकि घटना का विधिक परीक्षण हो सके। उन्होंने कहा कि मंच जैसी पवित्र और सार्वजनिक जगह पर कलाकारों द्वारा मर्यादा और शालीनता का पालन अनिवार्य है। ऐसे व्यवहार को अनदेखा करना जनता के सम्मान से समझौता होगा।
ज्ञापन में मांग की गई है कि कैलाश खेर एवं कार्यक्रम के आयोजक/सह-आयोजक को जवाबदेह मानते हुए नगर पालिका द्वारा किया जाने वाला भुगतान तत्काल रोका जाए, जब तक कि पूरे मामले की जांच पूर्ण न हो जाए। परिहार ने कहा कि नगर पालिका को इस पूरे प्रकरण को उदाहरण के रूप में लेकर सख्त निर्णय लेना चाहिए।
परिहार ने यह भी सुझाव दिया कि भविष्य में ऐसे बड़े सांस्कृतिक कार्यक्रमों के लिए आयोजक समिति को पूर्व-निर्धारित आचारसंहिता लागू करनी चाहिए, जिसमें मंच संचालन, कलाकारों की भाषा और अनुशासन संबंधी दिशा-निर्देश स्पष्ट हों। इससे नगर की प्रतिष्ठा और कार्यक्रम की गरिमा बनी रहेगी।




