
जीवित प्रमाण पत्र से पेंशन धारकों को मिलेगी राहत
मंदसौर। बढ़ती प्रतिस्पर्धा व संचार क्रांति के इस दौर में भी पोस्ट ऑफिस अपने आपको स्थापित रखने में कोई कसर नहीं छोड़ है। वे वर्तमान परिस्थितियों को देखते हुए अपने आप में बदला करते हुए अपने आप को अपडेट करते हुए हाईटेक हो रहे हैं। डाक विभाग एक ओर डिजिटल भुगतान, तो दूसरी ओर पेंशनधारकों डिजिटल जीवन प्रमाण पत्र की सुविधा प्रदान कर रहा है। ये सुविधाएं जिले के सभी डाकघर, उप डाकघर में शुरू की जा रही है।
तीन जिलों के 38 डाकघरों में होगी शुरुआत
वित्त मंत्रालय ने इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक को डिजिटल भुगतान पुरस्कार से समानित किया था। इसके बाद से देेशभर के डाकघरों में कार्ड स्वाइपिंग डिवाइस यानी पीओएस (प्वाइंट ऑफ सेल) मशीनें लगाई जा रही हैं जिससे डिजिटल भुगतान को बढ़ावा देने के सरकार के उद्देश्य को पूरा करने में मदद मिलेगी। प्रारंभ में यह सुविधा रतलाम संभाग के तीन जिलों के 38 डाकघ्ररों में शुरू हो रही है। इसके लिए मशीनों के स्टाल करने का काम चल रहा है।पीओएस मशीनों के अभाव में अभी तक ग्राहकों को अपने पार्सल या डाक की बुकिंग के लिए डाकघरों में नकद भुगतान ही एकमात्र विकल्प था। आज की डिजिटल वॉलेट वाली युवा पीढ़ी के लिए इन पीओएस मशीनों के जरिए डिजिटल भुगतान आसान और सुरक्षित हो जाएगा। आम जन की सुविधा के लिए रतलाम स्टेशन पर स्थित रेल डाक सेवा बुकिंग काउंटर पर सुविधा उपलब्ध होगी।
संभाग के 400 डाकघर, शाखा व उप डाकघरों में सुविधा
डाक संभाग में यह सेवा बड़े पैमाने पर शुरू की गई है। संभाग के 400 डाकघर, शाखा डाकघर और उपडाकघरों में यह सुविधा शुरू हो गई है। इस पहल से संभाग के हजारों पेंशनधारकों को लंबी कतारों और विभागों के बार-बार चक्कर लगाने की झंझट से मुक्ति मिलेगी। इस सेवा की मॉनिटरिंग की जिमेदारी इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक के प्रबंधक गौरव भास्कर को सौंपी है। उन्हें इसका नोडल अधिकारी बनाया है।
पोस्टमैन को घर बुलाकर भी सेवा प्राप्त कर सकते हैं
पेंशनधारक यह सेवा घर बैठे प्राप्त कर सकते हैं। इसके लिए उन्हें क्षेत्र के पोस्टमैन को कॉल करना होगा। वह तय समय पर घर पहुंचेगा और वहीं पर बायोमेट्रिक तकनीक से डिजिटल जीवन प्रमाण पत्र तैयार कर देगा। उसे ऑनलाइन संबंधित विभाग को भेज दिया जाएगा। इस डोर स्टेप सर्विस के लिए पेंशन धारक को कुछ राशि देना होगी।







