
मंदसौर। गांधी सागर में पर्यटकों और यात्रियों की संख्या बढ़ाने के लिए कवायद लंबे समय से की जा रही है। करोड़ों रुपए खर्च करने के साथ ही इवेंट भी आयोजित किया जा रहा है। अब पयर्टकों और यात्रियों के लिए एक प्रतीक्षालय और रिसोर्स सेंटर बनेगा। इसकी सुविधा का लाभ अगले साल के अंत या 2027 के शुरूआती महिनों में आमजन ले सकेगें। इसके लिए लोकनिर्माण विभाग ने अपनी तैयारियां की है। प्रतीक्षालय और रिसोर्स सेंटर के लिए जल्द ही टेंडर प्रक्रिया होगी। वहीं अन्य बड़े पयर्टन स्थलों की तरह ही होम स्टे के लिए भी प्रशासन गांधीसागर से लेकर धर्मराजेश्वर तक काम करेगा। ताकि क्षेत्र में रोजगार भी तेजी से बड़े। मिली जानकारी के अनुसार गांधीसागर में प्रतीक्षालय और रिसोर्स सेंटर करीब 8 करोड़ की लागत से बनेगा। इसके लिए गांधीसागर में जगह भी तय कर ली गई है। इसमें सबसे अधिक फायदा राजस्थान के कोटा, रावतभाटा, नीमच जिले के क्षेत्रवासियों को मिलेगा। सिंहस्थ में जाने वाले श्रद्धालूओं के लिए यह बनाया जा रहा है। ताकि श्रद्धालूओं को अपने गंतव्य स्थान से जाने से पहले विश्राम की आवश्यकता हो तो वहां कर सके।
गरोठ–उज्जैन फोरलेन से जाना आसानराजस्थान और नीमच-रामपुरा क्षेत्रवासियों के लिए उज्जैन जाने के लिए सबसे बेहतर मार्ग गरोठ-उज्जैन फोरलेन है। वर्तमान में सुवासरा से लेकर भानपुरा तक रोड का काम चल रहा है। ऐसे में बहुत कम समय में ही उज्जैन संबंधित क्षेत्रवासी पहुंच जाएंगे। इस रोड में मेलखेड़ा से लेकर धर्मराजेश्वर तक का सड़क निर्माण कार्य भी अभी होना है। ऐसे में गांधीसागर से लेकर धर्मराजेश्वर और उज्जैन तक सफर आसान हो जाएगा। वही मनासा से लेकर झालावाड़ के फोरलेन बनाने को लेकर विभाग काम कर रहा है। इसकी डीपीआर भी बनाई जा चुकी है। इसमें विभाग आगे की कार्रवाई कर रहा है। प्रशासन बड़े पयर्टन स्थलों की तर्ज पर गांधीसागर से लेकर धर्मराजेश्वर तक होम स्टे को लेकर भी काम करेगा। इस कार्य में होम स्टे विलेज भी है। इसमें हर वर्ग को जोड़ने के लिए प्रशासन काम करेगा।





