
मध्य प्रदेश में 10 मार्च से विधानसभा का बजट सत्र शुरू होने जा रहा है, जिसकी तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। यह सत्र प्रदेश की विकास योजनाओं और बजट को लेकर बेहद अहम रहने वाला है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने हाल ही में बयान दिया कि यह बजट सत्र प्रदेश के लिए मील का पत्थर साबित होगा।
मुख्यमंत्री मोहन यादव का बयान
मुख्यमंत्री ने कहा, “बजट सत्र प्रदेश के विकास के लिए एक नया रोडमैप तैयार । सरकार ने पिछले वर्ष किए गए कार्यों के आधार पर विकास योजनाओं को तैयार कि है, जिससे जनता को लाभ मिलेगा। धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए ओंकारेश्वर का भी विकास किया जाएगा।”
बजट सत्र की प्रमुख बातें
- बजट सत्र की शुरुआत: 10 मार्च से सत्र की शुरुआत होगी।
- राज्यपाल का अभिभाषण: पहले दिन राज्यपाल का अभिभाषण होगा।
- प्रश्नकाल और सप्लीमेंट्री बजट: 11 मार्च को प्रश्नकाल के बाद दूसरा सप्लीमेंट्री बजट पेश किया जाएगा।
- आर्थिक सर्वेक्षण: 11 मार्च को विधानसभा सत्र के दौरान मध्य प्रदेश का आर्थिक सर्वेक्षण जारी किया जाएगा।
- मुख्य बजट पेश: 12 मार्च को वर्ष 2025-26 का बजट पेश किया जाएगा।
- बजट और अभिभाषण पर चर्चा: 13 मार्च को राज्यपाल के अभिभाषण और बजट पर विस्तृत चर्चा होगी।
- पूरी अवधि: बजट सत्र लगभग 15 दिन तक चल सकता है।
क्या होगा कांग्रेस का रुख?
इस बार विपक्षी दल कांग्रेस ने सरकार को घेरने के लिए पूरी तैयारी कर ली है। भ्रष्टाचार, महंगाई और बेरोजगारी जैसे मुद्दों पर सरकार से जवाब मांगा जाएगा। कांग्रेस का फोकस सरकार की नीतियों पर सवाल उठाने और आम जनता से जुड़े मुद्दों को उठाने पर रहेगा।
बजट सत्र से जनता को क्या उम्मीदें?
मध्य प्रदेश की जनता इस बजट से विकास योजनाओं, नई परियोजनाओं और कल्याणकारी योजनाओं की उम्मीद कर रही है।