मंदसौर रेवास देवड़ा रोड स्थित अनामिका आश्रय ग्रह में 15 दिन की बालिका का पालना किया गया। आश्रय गृह में बच्ची का नाम शीतला रखा है। आश्रयगृह की संचालिका अनामिका जैन ने बताया की विगत बुधवार की रात पिपलियामंडी में विक्षिप्त अवस्था में घूमते मिली थी। इसके पास 15 दिन की बच्ची थी। स्थानीय लोगो ने पुलिस को सुचना दी तो पुलिस ने माँ बच्ची सहित इसे विक्षिप्त महिलाश्रय में छोड़ गई। दो दिनों की काउंसलिंग में महिला ने बताया की वह राजस्थान के निंबाहेड़ा की रहने वाली है। 13 साल की उम्र में उसे ढाई लाख में बेच दिया गया था। इसके बाद उसे तीन से चार बार बेचा गया। इससे उसकी मानसिक स्थिति बिगड़ गई।
राजस्थान के निम्बाहेड़ा में ही उसे एक शख्स को बेचा गया था। जिससे उसे यह बच्ची पैदा हुई। लेकिन वंहा से भी उसे बेच दिया गया। इसके बाद वह भाग कर किसी तरह पिपलियामंडी पहुंच गई जंहा उसे एक महिला ने घर में रखा। यहां भी उसके साथ ज्यादती हुई तो वह भाग गई। इसके बाद स्थानीय लोगों की सूचना पर उसे पिपलियामंडी पुलिस ने उसे अनामिका जैन के विक्षिप्त महिला आश्रय ग्रह पहुंचाया।
बहरहाल महिला की मानसिक स्थिति ठीक नहीं है। आश्रयगृह की टीम द्वारा बच्ची की देखभाल की जा रही है। पालने के आयोजन रेड क्रॉस के अध्यक्ष प्रितेश चावल व उनकी टीम सहीत पिपलिया मंडी टीआई तेजेन्द्र सिंह सेंगर मौजूद रहे। वही महिला आश्रय ग्रह की संचालिका अनामिका जैन ने कहा की वे काउंसलिंग कर मॉ और बच्ची को सुरक्षित उनके असल घर तक पहुंचाऐगी वही यह भी कहा की अगर मॉं और बच्ची के घर का पता नही चलता है तो वे खुद आश्रयग्रह मे इनकी हमेशा परवरिश करेंगी ।