दलित परिवार पर सामाजिक बहिष्कार, राशन-पानी पर रोक!
क्या आज भी जातीय भेदभाव जिंदा है?

मध्य प्रदेश के सीहोर जिले के बकतरा गांव से एक चौंकाने वाली खबर सामने आई है। यहां एक दलित परिवार को सामाजिक बहिष्कार का सामना करना पड़ रहा है।
क्या है मामला?
राधेश्याम वंशकार के घर के निर्माण को लेकर गांव के प्रभावशाली परिवार से विवाद हो गया, जिसके बाद दबंगों ने गांव में बैठक बुलाकर तानाशाही फरमान जारी कर दिया –
कोई भी इस परिवार को राशन-पानी और जरूरी सामान नहीं देगा।
जो भी इस आदेश को तोड़ेगा, उस पर ₹1 लाख का जुर्माना लगेगा!
तीन दिन से परिवार पर संकट!
जब पीड़ित परिवार जरूरी सामान लेने दुकानों पर गया, तो हर जगह से इनकार मिला। वीडियो में साफ दिख रहा है कि दुकानदारों ने उन्हें कुछ भी देने से मना कर दिया।
अंततः पीड़ित परिवार ने बहुजन समाज पार्टी के प्रतिनिधियों के साथ कलेक्टर से शिकायत की।
सीहोर कलेक्टर बाला गुरु का बयान: “मामले की जांच चल रही है, जल्द ही दोषियों पर सख्त कार्रवाई होगी।”
अब सवाल उठते हैं:
क्या 21वीं सदी में भी जातीय भेदभाव जारी रहेगा?
क्या प्रशासन त्वरित न्याय देगा या फिर दबंगों का राज चलेगा?
क्या पीड़ित परिवार को उनका हक मिलेगा?