कांग्रेस नेता आर. सागर कछावा ने कलेक्टर जनसुनवाई में की शिकायत, एफआईआर दर्ज करने की मांग

मनासा। (नीमच)। नगर में कृषि भूमि पर टाउन एंड कंट्री एवं नगर परिषद के नियमों को दरकिनार कर अवैध रूप से कॉलोनी विकसित करने का मामला अब तूल पकड़ता जा रहा है। इस प्रकरण में नगर परिषद पहले ही नामांतरण पर रोक लगा चुकी है, वहीं अब यह मामला मंगलवार को हुई कलेक्टर जनसुनवाई में भी पहुंच गया। कलेक्टर के समक्ष कांग्रेस नेता एवं जिला पंचायत सदस्य प्रतिनिधि आर. सागर कछावा ने भूमाफिया काईद पिता अब्बास बोहरा के खिलाफ लिखित शिकायत प्रस्तुत करते हुए एफआईआर दर्ज कर कड़ी कार्रवाई की मांग की है। कछावा ने शिकायत में बताया कि मनासा नगर के पटवारी हल्का नंबर 33 में काईद बोहरा के नाम सर्वे नं. 382/2, 383/2, 384, 333 और 435 की कृषि भूमि दर्ज है। इन सर्वे नंबरों में कुल मिलाकर करीब दो हेक्टेयर से अधिक भूमि आती है। यह समस्त भूमि कृषि प्रयोजन की है, जिस पर रेरा, टाउन एंड कंट्री अथॉरिटी या नगर परिषद की अनुमति के बिना किसी भी प्रकार का भूखंड विक्रय नहीं किया जा सकता।
लेकिन भूमाफिया बोहरा ने सभी नियमों को ताक पर रखकर इन कृषि भूखंडों को छोटे-छोटे प्लॉट में विभाजित कर गैरकानूनी रूप से बेच दिया। इतना ही नहीं, कछावा के अनुसार पटवारी और तहसीलदार की मिलीभगत से अवैध नामांतरण भी कर दिए गए।
कांग्रेस नेता ने यह भी आरोप लगाया कि हाल ही में काईद जौहर ने नगर के सत्ता पक्ष से जुड़े कुछ अन्य भूमाफियाओं के साथ मिलकर करीब 15 से 20 प्लॉट की रजिस्ट्री करवा दी है। उन्होंने बताया कि भूमाफिया ने रिहायशी इलाके एवं मुख्य सड़कों से सटी भूमि को दूरस्थ ग्रामीण इलाकों की गाइडलाइन बताकर स्टाम्प ड्यूटी में भारी हेराफेरी की और शासन को लाखों रुपये के राजस्व का नुकसान पहुंचाया।
कछावा ने चेताया कि नगर में इस तरह का खेल लंबे समय से चल रहा है, जिसमें भूमाफिया लोगों को ‘कॉलोनी’ के नाम पर सब्जबाग दिखाकर कृषि भूमि में प्लॉट बेच रहे हैं। उन्होंने कहा कि “यह सिर्फ शासन को आर्थिक नुकसान नहीं है, बल्कि भूखंड खरीददारों के साथ सीधा धोखाधड़ी भी है।”
उन्होंने मांग की कि उक्त प्रकरण की विस्तृत जांच कर सभी अवैध रजिस्ट्रियों की गाइडलाइन तुलना सहित जांच की जाए, ताकि यह स्पष्ट हो सके कि कितनी भूमि की बिक्री गलत लोकेशन दिखाकर की गई है। कछावा ने यह भी कहा कि नगर में ऐसी कई अन्य कॉलोनियाँ भी हैं जो बिना अनुमति और नियमों के विपरीत काटी गई हैं। इन सबकी जांच कर दोषियों पर कठोर कार्रवाई की जाए।




