मध्य प्रदेश के मंदसौर में जाने-माने डॉ. डी.डी. संगतानी के अपहरण से शहर में सनसनी फैल गई है। बुधवार सुबह 11 बजे, CBN प्रतापगढ़, राजस्थान के अधिकारियों ने उन्हें उनकी कार सहित उठा लिया।

घटना उस वक्त हुई जब डॉ. संगतानी अपने परिवार के साथ नालछा माता मंदिर के दर्शन के लिए जा रहे थे। कैलाश मार्ग पर उनकी कार (MP 09 DU 4509) को रोका गया और बिना किसी स्पष्ट कारण के, उन्हें जबरन अपने साथ ले जाया गया।

परिवार ने इसे सीधा-सीधा अपहरण करार दिया है और प्रशासन की भूमिका पर भी सवाल उठाए जा रहे हैं।

DIG मनोज सिंह का बयान – “1-2 घंटे में छोड़ो, वरना कार्रवाई होगी”

सूत्रों के मुताबिक, CBN से बातचीत के दौरान DIG मनोज सिंह ने नारकोटिक्स अधिकारियों से कहा कि डॉ. संगतानी को 1-2 घंटे में छोड़ दो, वरना कड़ी कार्रवाई होगी।

क्या यह पारिवारिक रंजिश का नतीजा है?

परिवार का आरोप है कि यह सिर्फ़ अपहरण नहीं, बल्कि लंबे समय से चल रही एक साज़िश का हिस्सा है।
• झूठे मामलों में फंसाने की कोशिशें: पहले भी डॉ. संगतानी के दामाद पर हमला हुआ था, लेकिन जांच में इंदौर पुलिस ने डॉ. संगतानी को क्लीन चिट दी थी।
• संपत्ति विवाद या अन्य साज़िश? परिवार का दावा है कि सुनियोजित तरीके से उनके खिलाफ कार्रवाई की जा रही थी।
• धमकियों का सिलसिला: संगतानी परिवार को पहले भी जान से मारने की धमकियां मिल चुकी थीं।

नारकोटिक्स विभाग ने सिंधी समाज को रोका!

इस अपहरण की घटना के बाद सिंधी समाज में भारी आक्रोश है। जैसे ही विरोध प्रदर्शन की तैयारी हुई, नारकोटिक्स विभाग ने 200-300 सिंधियों को प्रतापगढ़ के पास रोक दिया।
• नारकोटिक्स विभाग के अधिकारी ने सिंधी समाज को रोकने का आदेश दिया।
• पूर्व विधायक यशपाल सिंह सिसोदिया भाजपा नेता राजेंद्र सिंह गौतम, समाज के वरिष्ठ नेता मोहन रामचंदानी, ब्रिजलाल नैणवानी और एडवोकेट पुखराज दशोरे ने नारकोटिक्स को समझाया और बातचीत के बाद आगे बढ़ने की अनुमति मिली।
• सांसद प्रतिनिधि गौरव को मोहन रामचंदानी ने इस पूरे घटनाक्रम की जानकारी दी। गौरव ने तत्परता दिखाते हुए सांसद सुधीर गुप्ता को इस बारे में अवगत कराया।

सांसद सुधीर गुप्ता की सक्रियता – जल्द रिहाई का आग्रह ।

इस पूरे मामले की जानकारी लोकसभा में वक्फ मुद्दे पर सुनवाई में मौजूद सांसद सुधीर गुप्ता को भी दी गई।
• यह मामला मेडिकल ड्रग्स (MD) से जुड़ा था, जिसकी जानकारी ग्वालियर कमिश्नर ने सांसद को दी।
• सांसद सुधीर गुप्ता ने तुरंत नारकोटिक्स विभाग से जांच कर जल्द से जल्द डॉ. संगतानी को छोड़ने का आग्रह किया।
• सांसद गुप्ता की सक्रियता और समाज के प्रति उनकी जवाबदेही ने सिंधी समाज को एक बड़ी राहत दी।
• सांसद प्रतिनिधि गौरव ने भी इस मामले को गंभीरता से उठाया और तेजी से उचित कार्रवाई सुनिश्चित कराई।

क्या मंदसौर में कोई भी सुरक्षित नहीं?

अगर शहर के एक प्रतिष्ठित डॉक्टर को भी इस तरह उठा लिया जा सकता है, तो आम नागरिकों की सुरक्षा का क्या होगा?

अब देखना यह है कि प्रशासन की चेतावनी का असर होता है या यह अपहरण किसी और बड़ी साज़िश का हिस्सा है!

समाचार लिखें जाने तक सब सिंधु जन छोड़ने के लिए नार्कोटिक्स से बात कर रहे थे

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