
खरगोन। मध्यप्रदेश के खरगोन जिले के करही थाना क्षेत्र में सरकारी जमीन से बने रास्ते को लेकर दो पक्षों के बीच रविवार दोपहर बड़ा विवाद हो गया। मामला तब बिगड़ गया जब कथित रूप से पूर्व पार्षद पति मदन नायक और उसके साथियों ने महिलाओं के साथ लाठी-डंडों से मारपीट कर दी। यह पूरी घटना कैमरे में कैद हो गई और वीडियो अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।
कैसे शुरू हुआ विवाद?
घटना करही नगर स्थित गौशाला के सामने हुई, जहां बीते कई वर्षों से गरीब परिवार पट्टे की जमीन पर अपनी झोपड़ियां बनाकर रह रहे थे। करीब दो वर्ष पहले मालन नदी की बाढ़ में इन परिवारों की झोपड़ियां बह गई थीं, जिसके बाद ये लोग फिर से वहीं बसने का प्रयास कर रहे थे।
पीड़ित परिवारों का आरोप है कि उनकी पट्टे वाली जमीन के एक हिस्से पर पूर्व पार्षद पति ने कब्जा कर रास्ता बना लिया। बताया जाता है कि मदन नायक ने मुरूम, पत्थर और जेसीबी की मदद से खुदाई कर ट्रैक्टरों के जरिए रास्ता तैयार किया, ताकि वह अपनी निजी जमीन तक आने-जाने की सुविधा बना सके।
महिलाओं ने आपत्ति की तो बढ़ा विवाद
जब महिलाओं ने सरकारी जमीन पर रास्ता बनाए जाने का विरोध किया और अपनी जमीन का हिस्सा खाली छोड़ने का निवेदन किया, तो कथित तौर पर मदन नायक ने उन्हें धमकाकर भगा दिया।
पीड़ितों के अनुसार, जब वे दोबारा बांस, बल्लियों और लकड़ियों से झोपड़ी बनाने लगे, तभी मदन नायक, उनके पिता, माता, पत्नी राधा नायक, भाई और उनके लड़कों ने मिलकर महिलाओं को गालियां दीं और लाठियों से हमला कर दिया। वायरल वीडियो में आरोपी पक्ष को महिलाओं पर लट्ठ चलाते देखा जा सकता है।
पुलिस कार्रवाई: दोनों पक्षों पर मामला दर्ज
घटना के बाद दोनों समूह करही थाना पहुंचे, जहां पुलिस ने कार्रवाई करते हुए—
- पूर्व पार्षद पति सहित आठ लोगों पर केस दर्ज किया
- वहीं दूसरे पक्ष के चार लोगों पर भी मामला दर्ज किया गया
पुलिस का कहना है कि मामले की जांच जारी है और वायरल वीडियो की भी जांच की जा रही है।
गरीब परिवारों का आरोप
पीड़ित महिलाओं का कहना है कि—
- वे कई वर्षों से यहां रह रहे हैं
- बाढ़ के बाद से वे अपना घर दोबारा बसाने की कोशिश कर रहे थे
- दबंगों ने रास्ते के नाम पर उनकी जमीन पर कब्जा करने की कोशिश की
- विरोध करने पर महिलाओं के साथ मारपीट की गई
मामला गंभीर, प्रशासन से हस्तक्षेप की मांग
स्थानीय लोगों ने जिला प्रशासन से मांग की है कि—
- सरकारी जमीन पर अतिक्रमण की जांच कराई जाए
- पीड़ित गरीब परिवारों को सुरक्षा उपलब्ध कराई जाए
- दोषियों पर कड़ी कार्रवाई हो






