मंदसौर। विश्व विख्यात भगवान श्री पशुपतिनाथ मंदिर परिसर की अव्यवस्थाओं में सुधार एवं पिछले दिनों बदमाशों द्वारा ताले तोडऩे की घटना को गंभीरता से लेते हुये कांग्रेस सद्भावना प्रकोष्ठ द्वारा कलेक्टर के नाम एसडीएम कार्यालय को ज्ञापन प्रेषित किया गया। कांग्रेसजनों ने श्री पशुपतिनाथ मंदिर प्रबंध समिति के सचिव एसडीएम की ओर से ज्ञापन नायाब तहसीलदार राहुल डावर को सौपते हुये जल्द मंदिर परिसर की अव्यवस्थाओं में सुधार की मांग दोहराते हुये पिछले दिनो चोरी की कोशिश की घटना की निंदा की।
जिला कांग्रेस प्रवक्ता सुरेश भाटी ने ज्ञापन का वाचन करते हुये कहा कि श्री पशुपतिनाथ मंदिर परिसर में दर्शनार्थियों के लिये पेयजल की व्यवस्था की जाये। मंदिर परिसर में असामाजिक तत्वों पर रोक लगायी जाये। मंदिर परिसर के दोनों गेट रात्री 11 बजे बाद से बंद किये जाये। मंदिर प्रबंध समिति द्वारा मनमाने तरिके से कर्मचारी गार्डो की नियुक्तियां की गयी है उसकी जांच की जाये। पिछले दिनों मंदिर परिसर में चोरी कोशिश की गयी थी जिसे देखते हुये सुरक्षा व्यवस्था कड़ी की जाये। मंदिर परिसर मे रात्रीकालिन गश्त बढ़ाई जाये एवं नवीन प्रबंध समिति का गठन शीघ्र किया जाये।
इस अवसर पर कांग्रेस सद्भावना प्रकोष्ठ के ब्लॉक अध्यक्ष शेलेन्द्रगिरी गोस्वामी, जिला कांग्रेस महामंत्री सुरेन्द्र कुमावत, सेवादल शहर जिला अध्यक्ष दिलीप देवडा, कांग्रेस अजा विभाग अध्यक्ष संदीप सलोद, जिला कांग्रेस सचिव मुकेश रत्नावत, मंडलम अध्यक्ष दशरथसिंह राठौड़, वरिष्ठ नेता राजकुमारसिंह देवड़ा, नगर युवा कांग्रेस अध्यक्ष नवीन शर्मा, सकलेन करार, रमेश सिंगार, बाबुलाल माली, एसएन पांडेय, भंवरलाल कुमावत सहित बड़ी संख्या में कांग्रेसजन उपस्थित थे।
कुछ साल पहले छत्र चोरी की घटना से प्रबंध समिति सबक ले-भाटी
ज्ञापन उपरांत मौके पर मीडियाकर्मियों से चर्चा करते हुये जिला कांग्रेस प्रवक्ता सुरेश भाटी ने कहा कि कुछ साल पूर्व भगवान श्री पशुपतिनाथ मंदिर परिसर से चांदी का छत्र चोरी हुआ था और अब पुन: परिसर में वारदातें होना शुरू हो गयी है, प्रबंध समिति पूर्व की घटना से सबक लेते हुये सुरक्षा व्यवस्था कड़ी करते हुये मंदिर परिसर की व्यवस्थाओं में सुधार लाये।
निर्माण करते है और पुन: तोड़ देते हुये-गोस्वामी
कांग्रेस सद्भावना प्रकोष्ठ के अध्यक्ष शेलेन्द्रगिरी गोस्वामी ने कहा कि भगवान श्री पशुपतिनाथ मंदिर परिसर में आस्था स्वरूप श्रद्धालु दान चढ़ाते है लेकिन मंदिर प्रबंध समिति निर्माण करती है और फिर कुछ समय बाद फिर उस निर्माण को तोड़ देती है, इससे श्रद्धालुओं की राशि का दुरूपयोग हो रहा है। मंदिर प्रबंध समिति निर्माण कार्य पुरी प्लानिंग के साथ करे जिससे मंदिर समिति के धन का समुचित उपयोग हो सके।