
शिखर एवं स्वर्ण कलश उत्सर्ग का विधि विधान से पूजन अर्चन किया गया
मंदसौर । स्थानीय जनकुपुरा गणपति चौक स्थित अति प्राचीन श्री द्विमुखी चिंताहरण गणपति मंदिर के नवनिर्माण कार्य आरंभ होने से पूर्व शिखर एवं स्वर्ण कलश का उत्सर्ग विधि विधान के साथ विद्वान आचार्य पंडित डॉ देवेंद्र शास्त्री के सानिध्य में मंदिर के पुजारी पंडित सत्यनारायण जोशी एवं पण्डित विशाल जोशी की उपस्थिति में पूजन पाठ करके करवाया। शिखर एवं स्वर्ण कलश उत्सर्ग की पूजा अर्चना मंदिर समिति के उपाध्यक्ष नरेंद्र अग्रवाल एवं ट्रस्टी डॉक्टर कुशल शर्मा ने की।
पंडित देवेंद्र शास्त्री ने कहा कि किसी भी मंदिर का शिखर एवं स्वर्ण कलश मंदिर का मूल आधार होता है। यदि व्यक्ति भगवान के दर्शन नहीं कर पाता है और वह शिखर के दर्शन भी कर लेता है तो उसके सारे मनोरथ पूरे हो जाते हैं इसलिए मंदिर निर्माण में शिखर का महत्वपूर्ण स्थान होता है और किसी भी मंदिर का आधार भगवान के साथ-साथ शिखर होता है । श्री द्विमुखी चिंताहरण गणपति मंदिर की प्रसिद्धि जग जाहिर है । विश्व में ऐसी अलौकिक दिव्य प्रतिमा अन्य कहीं नहीं है। इस दुर्लभ प्रतिमा के दर्शन मात्र से व्यक्ति का जीवन का उद्धार हो जाता है। मंदिर समिति ने मंदिर के नवनिर्माण का जो बीड़ा उठाया है भगवान गणेश जी के आशीर्वाद से शीघ्र ही नव श्रृंगारित मंदिर बनकर तैयार होगा । नए रूप में मंदिर बनने के बाद यहां भक्तों की आवाजाही ओर बढ़ जाएगी और इस क्षेत्र का विकास भी होगा।
मंदिर समिति के अध्यक्ष पंडित दिलीप शर्मा ने कहा भगवान गणेश जी का अद्भुत एवं चमत्कारिक मंदिर का नवनिर्माण लगभग 35 वर्षों बाद पुनः नए ओर आधुनिक स्वरूप में भक्तों के सहयोग से होने जा रहा है। मन्दिर परिसर अभी छोटा है नए स्वरूप में बड़ा हो जाएगा, जिससे भक्तों को दर्शन और पूजा अर्चना करने में सुविधा मिलेगी।
मन्दिर समिति के उपाध्यक्ष नरेंद्र अग्रवाल ने कहा कि जिस प्रकार से भगवान श्री सांवरिया सेठ का धाम नए स्वरूप में बना है उसी प्रकार से भगवान गणेश जी का मंदिर आने वाले समय मे बन जाएगा। जिससे मंदिर की भव्यता और बढ़ेगी।
शिखर एवं स्वर्ण कलश उत्सर्ग के पुनीत अवसर पर मंदिर समिति ट्रस्ट के अध्यक्ष पंडित दिलीप शर्मा , उपाध्यक्ष नरेंद्र अग्रवाल, सचिव गोपाल मंडोवरा, कोषाध्यक्ष राजकुमार सिंहल, ट्रस्टिगण सर्व श्री डॉ कुशल शर्मा, राजेश डोसी, नेम गांधी, ओंकारलाल शर्मा, रमेश काबरा, उमेश पारिख, विपिन गर्ग, एवं इंजीनियर परवेश शर्मा सहित बड़ी संख्या में भक्तगण उपस्थित थे।





