ताराशंकर शर्मा पाण्डेय द्वारा रचित संस्कृत श्लोक का बैनर मंत्री बी डी कल्ला ने किया विमोचन

निंबाहेड़ा 29 जुलाई 2022,
इस वर्ष गणतंत्र दिवस पूरे देश में आजादी का अमृत महोत्सव के रूप में बड़े धूम धाम से मनाया जा रहा है, यह पहली बार मौका है जब बिना किसी रोक टोक के हर घर तिरंगा हर मन तिरंगा फहराने के लिए केंद्र सरकार ने मुहिम चलाई है। इसके तहत देश के प्रत्येक व्यक्ति को अपने कार्यालय, भवन व ट्रांसपोर्ट आदि सार्वजनिक स्थानों पर तिरंगा ध्वज फहराने का आह्वान किया गया है। देश आजादी का 75 वां जश्न इतने धूम धाम से पहली बार मना रहा है। इसका विमोचन शिक्षा एवं संस्कृत मंत्री बी डी कल्ला ने जयपुर में किया। इस श्लोक की रचना प्रो ताराशंकर शर्मा पाण्डेय कुलपति श्री कल्लाजी वैदिक विश्वविद्यालय ने किया है। श्लोक का अर्थ है – जहां शस्य श्यामला भूमि नीचे की और विशेष हरे रंग को फैलाती है, तो उसके ऊपर मध्य भाग में हिमालय भगवान रुद्र की हंसी के समान बिल्कुल सफेद रंग फैलाता है, तो ठीक उसके ऊपर भगवान सूर्य प्रातः काल के समय दैदीप्यमान केसरिया रंग भरता है यदि भी आऊंगा अवलोकन करें तो क्षितिज फलक पर यह मांगलिक भारतीय तिरंगा ही तो सुशोभित हो रहा है, जो वैदिक विश्वविद्यालय के लिए अत्यंत गौरव की बात है।