मंदसौर।1008 श्री स्वामी शंकराचार्य जी ज्ञानानंद जी महाराज अवांतर पीठ  भानपुरा ने वैष्णव धर्मशाला पुष्कर में आजादी के अमृत महोत्सव पर झंडा वंदन कर राष्ट्र प्रेम का संदेश दिया।

 उन्होंने अपने आशीर्वचन ने कहा कि हम अनेक सामाजिक और धार्मिक उत्सव मनाते हैं सभी धर्मों में अलग-अलग उत्सव मनाए जाते हैं विभिन्न प्रांतों में विभिन्न प्रकार के उत्सव होते हैं किंतु 15 अगस्त और 26 जनवरी हमारा राष्ट्रीय पर्व है और पूरे देश का जन गण इसे पूरे आशा उमंग हर्षोल्लास से मनाता है। 

राष्ट्र देवो भवः-

आगे महाराज श्री ने बताया कि ग्राम देवता, खेड़ा देवता को हम मानते हैं और इन सबसे बड़े राष्ट्र देवता हैं इसलिए राष्ट्र देवो भवः कहा गया है।

 मनसा वाचा कर्मणा राष्ट्र सेवा करें –

हमारे समाज के प्रति ,परिवार के प्रति दायित्व है उन सब से ऊपर हमारा राष्ट्रीय दायित्व भी है मां भारती की सेवा के लिए हमेशा मन वचन और कर्म से तत्पर रहें ।

वीर सैनिकों को किया याद –

महाराज श्री ने देश की सीमाओं पर रक्षा करने वाले वीर जवानों को भी याद किया कि जो जहां है वहां से देश की सेवा कर रहा है और देश के वीर जवान सर्दी, गर्मी, बरसात ,बर्फ हर प्रकार की आपत्तियां विपत्तियां सहकर भी हमारे देश की सुरक्षा कर रहे हैं। हमें उनके प्रति भी कृतज्ञ होना चाहिए।

प्रातः 9 बजे महाराज श्री ने ध्वजारोहण किया पश्चात उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया,तत्पश्चात राष्ट्र प्रेम से ओतप्रोत गीतों का गायन भी हुआ ,प्रसाद वितरण के पश्चात कार्यक्रम संपन्न हुआ।

ये रहे उपस्थित-दंडी स्वामी कृष्णानंद जी महाराज ,भरत ब्रह्मचारी जी , सर्वेश्वरानंद जी,  वरुणेंद्र जी तीर्थ, महेश द्विवेदी,डॉ. खुशबू राठी रतलाम, सुनील यजुर्वेदी मनासा ,राकेश गुप्ता नोएडा, कपिल तिवारी, प्रत्यक्ष तिवारी भानपुरा, कुलभूषण पाराशर  श्रीकांत पाराशर अम्बाला, संजय जोशी, राजेंद्र कुमार, रामेश्वर बाहेती,  मनु पाराशर अंबाला, एनडी वैष्णव मंदसौर आदि उपस्थित रहे।

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