
मंदसौर । सरस्वती विद्या मंदिर उ.मा.वि. केशवनगर मंदसौर में विद्या भारती अखिल भारतीय शिक्षा संस्थान द्वारा संचालित सरस्वती विद्या प्रतिष्ठान मालवा से मार्गदर्शित मंदसौर विभाग सरस्वती शिशु मंदिर उ.मा.वि. केशव नगर में शताब्दी वर्ष के तहत विद्या भारती द्वारा आयोजित सप्तशक्ति संगम कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य मातृशक्ति को जगाना और समाज में महिलाओं की भूमिका को मजबूत करना है।
इस कार्यक्रम की प्रेसवार्ता आज आयोजित की गई, जिसमें समाज में सभी महिलाओं को जाग्रत करने पर जोर दिया गया। आयोजकों ने बताया कि भारतीय नारी मात्र एक व्यक्ति नहीं है, अपितु वह एक सम्पूर्ण चेतना है तथा परिवार और समाज की आधारशीला है, जो परिवार को जोड़कर रखती है तथा आने वाली पीढ़ियों को संस्कार व संस्कृति सिखाती है। विद्यालय में मातृशक्ति द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में सभी महिलाएं यह संकल्प लें कि अपनी सप्तशक्ति कार्यक्रम में सहभागी बनकर समाज में जागरण का कार्य करने के लिए संकल्पित हों।
इस प्रेसवार्ता में मंदसौर जिले की सप्तशक्ति संगम कार्यक्रम की जिला संयोजिका श्रीमती निवेदिता नाहर, श्रीमती अर्चना अरवंदेकर, आयोजक टोली श्रीमती आरती निसालकर, विद्यालय की प्रधानाचार्या दीदी श्रीमती पिंकी गुर्जर, विद्यालय की दीदी श्रीमती विद्या दोशी, भावना बालवानी, श्रीमती पूजा शर्मा, श्रीमती रूपाली देशमुख, श्रीमती प्रीति चावड़ा उपस्थित रहे।
अर्चना अरवंदेकर कहां कि संघ का शताब्दी वर्ष होने से मातृशक्ति को जगाने हेतु विद्या भारती संगठन द्वारा यह दायित्व सौंपा गया है। राष्ट्रीय भारती संगठन द्वारा मातृशक्ति को जगाने हेतु यह आयोजन हो रहा है, जिसमें मातृशक्ति की अधिक से अधिक भागीदारी हो। सरस्वती विद्यालय में 4 आयोजन होंगे, जिसमें 250 महिलाओं के आने का लक्ष्य है, जो 300 तक पहुंच सकता है।
निवेदिता नाहर ने कहां कि यह आयोजन राष्ट्रीय स्तर पर सभी स्कूलों में किया जाएगा। इसमें नारी की भूमिका तथा राष्ट्र में क्या योगदान, इसकी आवश्यकता और जरूरत पर चर्चा होगी। महिलाएं काम तो कर रही हैं, लेकिन उसे कैसे जगाया जाए और उसकी भूमिका समझाई जाए, इसके लिए यह आयोजन हो रहे हैं। 8 नवंबर को अभिनंदन तथा 9 नवंबर को केशवनगर में आयोजन होंगे, जिसकी लक्ष्य से अधिक स्वीकृति आ गई है।
कार्यक्रम की भूमिका एवं उसका महत्व, मातृशक्ति का भारत के लिए योगदान हेतु आज प्रेसवार्ता का आयोजन किया गया । इससे समाज में सभी महिलाओं को जाग्रत करने का संदेश दिया गया ।





