वर्ल्ड लिवर डे 19 अप्रैल आज है लिवर को लेकर अमेरिका में परेशानियां बढ़ती जा रही हैं। इन दिनों हर 4 में एक फैटी लिवर की परेशानी से जूझ रहा है। यह दिक्कत उन्हें जंक फूड और अनहेल्दी फूड ज्यादा खाने की आदत के कारण हुई है। इसे नॉन अल्कोहल फैटी लिवर डिसीज (NAFLD) नाम दिया गया है।
इस बीमारी का पता रूटीन हेल्थ चेकअप में नहीं लग पाता है। वहीं प्रारंभिक तौर पर कोई विशेष लक्षण भी नहीं दिखते है, लेकिन कुछ साल बाद पेट का दाहिना हिस्सा सूजने लगता है। यह इतनी खतरनाक है कि लिवर फेल के साथ जान जाने का खतरा रहता है। अमेरिकन हेल्थ एसोसिएशन ने इस बारे में बताया है। इसमें बीमारी का पता लगाने के लिए मेथड बताई गई है।
अमेरिका के 10 करोड़ युवाओं में से 40% NAFLD के शिकार
रिजन यूनिवसिर्टी के डायबिटीज के एक्सपर्ट डॉ पॉल डुले ने बताया कि यह लिवर की सबसे सामान्य बीमारी है, जो लाखों मौत का कारण बन रही है। अमेरिका के 10 करोड़ युवाओं में से 40% ओवरईटिंग के कारण नॉन अल्कोहलिक फैटी लिवर की समस्या से जूझ रहे हैं।
डॉक्टरों का तर्क है कि ऐसे लोग जिन्हें पहले से ही डायबिटीज, मोटापा और हाई ब्लड प्रेशर जैसी बीमारियां हैं, उन्हें इससे ज्यादा खतरा है। कई लोगों को यह बीमारी आनुवंशिक रूप से भी हो सकती है। खाना न पचना, टाइप-2 डायबिटीज और अनहेल्दी फूड खाने की वजह से NAFLD तेजी से विकसित हो रहा है।
फैटी लिवर के मरीज वजन 10 किलो तक घटाएं
NAFLD से पीड़ित लोगों को बायोप्सी के बाद लिम्पोसक्शन सर्जरी कराने की सलाह दी जाती है। यही एक मात्र उपचार है, लेकिन यह महंगी होती है। वहीं कम से कम 10 किलो वजन कम करने व हेल्दी फूड और रोज एक्सरसाइज की सलाह दी जाती है। बीमारी का जल्दी पता लगाना जरूरी है, क्योंकि यह हार्ट अटैक का कारण भी बन सकती है।