
मन्दसौर। पशुओं को विशेषकर गायों में तैजी से फैलते जा रहे लम्पी वायरस की रोकथाम और गायों को इस वायरस के प्रकोप से पहले से बचाने के लिये उपसंचालक पशु चिकित्सालय डॉ. मनीष हंगोले के निर्देशानुसार सांवरिया गौशाला कुंचड़ौद में 14 सितम्बर को प्रातः 9 बजे से अपरान्ह 4 बजे तक पशु चिकित्सक डॉ. यू.एन. पंचोली ने 10 पशु मेट्री, 30 युवाओं व गौशाला के कर्मचारियों की मदद से 402 गायों को आयवर वेक्टीन के इंजेक्शन लगाये। पतंजलि योग गुरू बंशीलाल टांक भी उपस्थित रहे।
गौशाला की गाये प्रातः स्वतंत्र खुली रहती है उन्हें रस्सी से खूंटों से बांधा नहीं जाता। इसलिये वे किसी के वश में सहज नहीं आती फिर उन्हें पकड़कर रस्सी से बांधकर एक-एक गाय को इंजेक्शन लगाना कितना मुश्किल कार्य होता है सहज ही अनुमान लगाय जा सकता है परन्तु उछलती कूदती परिसर में इधर से उधर दौड़ती भागती गायों को इंजेक्शन लगाना बहुत मुश्किल कार्य था। एक गाय तो शेर की तरह उछलकर 6 फीट ऊँची वायर फेंसिग की दिवार फांदकर कूद गई परन्तु जांबाज युवाओं ने हिम्मत नहीं हारी और बरसते पानी उसे पकड़कर इंजेक्शन लगाया। केाई गाय भागकर खुले में चली जाये और इंजेक्शन से वंचित नहीं रह जाये इसलिये प्रत्येक गाय को इंजेक्शन के बाद उस पर ब्रश से लाल रंग का निशान लगाया गया।
देखने वालों को गायो को इंजेक्शन लगाने के रोमांचकारी कार्य को अंजाम देने के लिये युवाओं की हिम्मत और डॉ. पंचोली की सराहना की गई।
डॉ. पंचोली ने बताया कि गौशाला की 2 गाये जो विगत 2 सप्ताह से लम्पी वायरस से ग्रसित हो गई थी उन्हें गौशाला में अन्य गायों से एकदम पृथक परिसर में रखा गया। प्रतिदिन उचित देखभाल उपचार से वै अब पूर्ण स्वस्थ है।