अंतिम पंक्ति में खड़े बंदों के लिए सरकार की कई ऐसी योजनाएं हैं जो हर घर मे राशन पहुंचने का एजेंडा रखती हैं… पर सियासत की पिछली गलियों मे रहने वाले आम जनता का हक छीन रहे है पाताल लोक ने इस मामले को बड़ी शिद्दत से उठाया.. उसके बाद शासन प्रशासन सक्रिय हुआ

सीतामऊ। लदुना चोराहे पर राशन माफियाओं के ख़िलाफ़ अनशन पर बैठे अरविंद चौहान की तबियत लगातार बिगडती जा रही है। वह लगातार कल से बिना पानी व अन्न के भूख हड़ताल कर रहे हैं, पर शर्म की बात यह है कि राशन माफियाओं पर कार्यवाही न करते हुए एक हिन्दू संगठन से जुड़े कार्यकर्ता की बिगड़ती हालत का तमाशा यहां का शाशन प्रशासन व नेता देख रहै है।
यह वही कार्यकर्ता है जो उपचुनाव के वक्त भगवामय हुए केबिनेट मंत्री हरदीप सिंह डंग के लिए दिन रात कार्य कर भाजपा की आबरु को बचाये रखा और एक नई उम्मीद के साथ सुवासरा विधानसभा में भाजपा को जीत दिलवाई । आज वही कार्यकर्ता सड़क चोराहे पर भ्र्ष्टाचार के ख़िलाप भूख हड़ताल की जंग अपने ही तंत्र से लड़ रहा है, पर विडम्बना देखिए की क्षेत्र की जनता की लड़ाई दमदारी व ईमानदारी से लड़ने वाले मंत्री जी भी राशन माफियाओं के ख़िलाप आश्वासन से ज्यादा बड़ी कोई कार्यवाही नही करवा पा रहे।
आख़िर राशन कांड के पीछे ऐसा कौन सा बड़ा नाम है जिसको बचाने के लिए प्रशासन ने अपने हाथ बांध लिए है ओर कार्यवाही से मुह मोड़ लिया है। वही गरीबो का राशन डकारने वाले माफियाओ एव उनको बचाने वाले अधिकारियों पर कार्यवाही को लेकर युवा संघर्ष समिति लगातार संघर्ष कर रही है।