
दिये गये ज्ञापन में कहा कि मन्दसौर नगर की सीमा में सब्जी-फल फ्रूट विक्रेता जो की सब्जी व फल-फ्रूट बेचकर अपने परिवार का पालन-पोषण करते है परन्तु यातायात पुलिस थाना के जवानों द्वारा आये दिन हम लोगो के तराजू-बाट उठा कर लेजाते है और जबरन हम लोगो के चालान बना दिये जाते है जिससे समस्त फल-फूट सब्जी बेचने वाले गरीब लोगो को आर्थिक नुकसान होता है क्योकी उक्त फल-फूट बेचने वाले बड़े होलसेल व्यापारियो से फल- फ्रूट खरिदते है उनको शाम को फल- फ्रूट बेच कर पैसा देना पड़ता है। उक्त विक्रयता द्वारा रोजगार चलाने के लिए संस्था से समूह लोन लेकर व्यवसाय करते है विगत दिनो से किश्त भी जमा नही कर पा रहे है ऐसी स्थिती में उक्त व्यवसायीगण आर्थिक रूप से कमजोर होकर बेरोजगार हो जाते है। इनके परिवार का पालन पोषण भी नहीं हो पाता है जिस से उक्त परिवार की भूखे मरने की स्थिति उत्पन्न हो रही है जिस से मन्दसौर के फल-फ्रूट व्यवसायी मन्दसौर से पलायन को मजबूर हो रहे हैं।
ज्ञापन में निवेदन किया है की फल-फूट व्यवसाय करने वाले परिवारों को परेशान न किया जाये एवं यातायात थाना प्रभारी को निर्देशित किया जावे की जबरन परेशान नहीं किया जावे। मुख्यमंत्री द्वारा फल-फूट व्यवसाय करने वालो को हर सम्भव मदद की जा रही है अतः आपसे आग्रह है की उचित सहयोग प्रदान कर रोजगार उपलब्ध कराने की कृपा करे।
ज्ञापन देने वालों में प्रमुख रूप से मनोहर चौहान, शंकरलाल परमार, बंटी डोडिया, लालचन्द डोडिया, अशोक रैकवार, सुनील चौहान, लक्ष्मण रैकवार, श्री सोनी, गोवर्धन, रूपचंद आदि उपस्थित थे।