
परिवार की जान बचाने के लिए पार्षद पति मसूदी ने उठाई थी कुरान-
’बेईमान नहीं ईमानदार उठाता है कुरान’क्योंकि एक सच्चा मुसलमान शरीयत के आगे झुका है और झुका ही रहेगा-
(12 अगस्त 2022) नीमच-कांग्रेस संगठन ने नपाध्यक्ष के लिए श्रीमती वीणा सक्सेना को अधिकृत किया था और सभी पार्षदों को संगठन ने निर्देशित भी किया था कि श्रीमती वीणा सक्सेना को ही वोट देना है लेकिन उन्हें चुनाव में 14 कांग्रेस पार्षद की जगह 9 ही वोट मिले थे यानी कि 5 कांग्रेसी पार्षदों ने वोट नहीं किए। हालांकि वह बात समझ से परे है कि इस क्षेत्र मैं कांग्रेस की सबसे दमदार पूर्व सांसद मीनाक्षी दीदी मानी जाती है। और चुनाव के पूर्व सभी वाडो का उन्होंने भ्रमण भी किया था और मतदाताओं से कांग्रेस को जिताने की। अपील भी की थी और जब कांग्रेस के 14 पार्षद चुनकर आए तब मीनाक्षी दीदी की जगह प्रभारी के रूप में मऊ से योगेशजी नीमच आए और सभी पार्षदों की बैठक लेकर उन्होंने श्रीमती मीणा सक्सेनाजी को वोट करने के निर्देश दिए बावजूद इसके आखिर 5 पार्षद अभी भी क्यों खामोश है! जबकि वार्ड 20 की पार्षद रानी हाजी साबिर मसूदी कुरान हाथों में उठाए रो-रो कर आंखों में भरे आंसू लिए नर्वस होकर कहने लगे के कि मेरे अपने पूरे परिवार ने ईमान नहीं बेचा उन्होंने कांग्रेस को ही वोट किया है! हां और यह बात भी सही है की उन्हों से जब सवाल किया कि कुरआन उठाने की आखिर क्या मजबूरी थी तब उन्होंने बताया कि परिवार की जान बचाने के लिए कुरान उठाना पड़ी उनका कहना था कि उन पर कई लोग झूठे झूठे आरोप लगा रहे थे बस इसी मजबूरी में अल्लाह को हाजिर नाजिर जानकर उन्होंने उनकी सफाई पेश की है। क्योंकि सच्चा मुसलमान झूठ बोलकर कुरान नहीं उठाएगा।
वार्ड पार्षद श्रीमती रानी मसूदी ने यह भी कहा कि उनके पहली लड़की पैदा हुई फिर 16 बरस बाद बेटा पैदा हुआ उसके सर पर हाथ रखकर मैं झूठी कसम कैसे खा सकती हूं इस बात तो यही साबित होता है कि उन्होंने परिवार की जान बचाने के लिए उठाई थी कुरान। इसके पूर्व समाजसेवी राजेश जयसवाल के फार्म हाउस पर स्वागत पार्टी भी हुई थी वहां भी कसमें वादे सब हो गए थे। फिर उसके बाद मिडवे गेस्ट हाउस पर महू से पधारे प्रभारी योगेशजी की उपस्थिति में जिला कांग्रेस अध्यक्ष अजीत कांठेड़, ब्लॉक अध्यक्ष बष्जेष सक्सेना, पूर्व विधायक नंदकिशोर पटेल, पूर्व मंडी अध्यक्ष उमराव सिंह गुर्जर, ब्रजेश मित्तल, ओम शर्मा, राकेश अहीर, मुकेश कालरा, हाजी बाबू सलीम, विकास गोयल, सईद भाई काले, विष्णु चंद्रवंशी, जगदीश पुनर के बीच हुई कार्यशाला में उपस्थित कांग्रेस के सभी 14 पार्षद, पार्षद पति, पार्षद पुत्र इत्यादियो ने भरोसा तो दिया पर 14 में से 9 ही काग्रेस को मत मिले इस गद्दारी की समीक्षा आखिर कब होगी यही एक बड़ा सवाल है!
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