
मंदसौर। जिला अस्पताल में लक्ष्य अभियान के तहत दो सदस्यीय टीम ने निरीक्षण किया। मेटरनिटी केयर व वार्ड को रिस्पेक्टफुल बनाने के उद्देश्य से टीम ने मूल्यांकन किया। टीम ने दो दिन तक जिला अस्पताल के लेबर रूम, मेटरनिटी वार्ड सहित अन्य जगहों का निरीक्षण किया और अधिकारियों से जानकारी ली। अधिकारियों के अनुसार मूल्यांकन के बाद रिजल्ट बाद में जारी होगा। यदि अस्पताल लक्ष्य सर्टिफाइड होता है तो उसे 10 लाख रुपए तक की प्रोत्साहन राशि मिलेगी।
जिला अस्पताल में लक्ष्य प्रोग्रामर के एक्सटर्नल वैष्णव सुंदरी व साधनासिंह ने दो दिन तक निरीक्षण व मूल्यांकन किया। इस दौरान सीएस के समक्ष दस्तावेज की भी जांच की। कोरोनाकाल में टीम ने वर्चुअल तरीके से निरीक्षण किया था। कोरोनाकाल के बाद पहली बार टीम ने निरीक्षण किया। जानकारी के अनुसार जिला अस्पताल में महीने में करीबन 300 से 400 डिलीवरी होती है।ऐसे में लोड के बीच पर्याप्त सुविधाएं व व्यवस्थाओं को लेकर टीम ने जांच की। हालांकि गायनेकोलॉजिस्ट के नहीं होने व स्टाफ की कमी मूल्यांकन को प्रभावित कर सकती है। जानकारों के अनुसार यदि जिला अस्पताल लक्ष्य सर्टिफाइड हो गया तो मेटरनिटी वार्ड के लिए 10 हजार रुपए प्रति बेड के हिसाब से 10 लाख रुपए तक की प्रोत्साहन राशि मिल सकती है। यह सिर्फ मेटरनिटी वार्ड के लिए ही है।