मंदसौर। हाल ही एमडीएमए को लेकर कोतवाली पुलिस जमकर बदनाम हुई। अब दिन खुलेआम लूट के मामले भी सामने आ रहे हैं। लूट तो ठीक है, लेकिन लूट के मामलों में कार्रवाई की बजाय कंट्रोल रूम भेजा जा रहा है। जबकि होता यह है कि कंट्रोल रूम से पीडि़त को थाने पहुंचाया जाता है। एक मोबाईल लूट का मामला सामने आया है। जिसमें एक युवक से बाइक सवार मोबाईल छिनकर ले गए। कोतवाली के होनहार पुलिसकर्मियों ने पीडि़त को सीसीटीवी कैमरे चेक करने के लिए कंट्रोल रूम भेजा। जब कंट्रोल रूम पर कैमरे चेक किए गए तो घटनास्थल नाहटा चौराहा पर कैमरे ही बंद मिले। इस मामले में कोई कार्रवाई कोतवाली पुलिस ने नहीं की।

वर्तमान में कोतवाली पुलिस की लापरवाही कई मामलों में सामने आ रही है। एक और मामला सामने आया है। जहां खुलेआम बाइक सवार बदमाश युवक का मोबाईल छिनकर ले भागे और कोतवाली पुलिस ने बदमाशों को ढूंढना तो दूर रिपोर्ट तक नहीं दर्ज की। कल रात करीब सवा नौ बजे भूपेंद्र बागड़ी काम से वापिस लौट रहा था। नाहटा चौराहा पर वह मोबाईल से किसी से बात कर रहा था। इसी दौरान दो बाइक सवार बदमाश तेज गति से आए और मोबाईल पर झपटटा मारकर छिनकर ले भागे। इसके बाद मामले में कोतवाली जाकर शिकायत की गई। तो कोतवाली पुलिस ने कहा कि कंट्रोल रूम जाकर सीसीटीवी कैमरे चेक करो। मतलब यह निकाला जाए कि खुद सीसीटीवी कैमरे चेक करो और तस्वीरें अपराधी की मिल जाए तो हमको बता देना। हालंाकि फरियादी कंट्रोल रूम पहुंचा। यहां सीसीटीवी कैमरे चेक किए गए तो नाहटा चौराहा के सीसीटीवी कैमरे ही खराब थे। इसके बाद भी अगर आसपास की दुकानों के कैमरे पुलिस चेक करती तो आसानी से बदमाशों की तस्वीरें सामने आ सकती थी। फरियादी के अनुसार नाहटा चौराहा के करीब स्थित शिव भोजनालय के पास की घटना है। अगर इस संस्थान के कैमरे पुलिस चेक करती तो अपराधी का पता चल सकता था। लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई अभी तक नहीं की।

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