
मंदसौर। मेलखेड़ा के एक युवक की मौत हो गई। इस मामले में पुलिस पर मारपीट का आरोप है। जिससे युवक की मौत हो गई। इस मामले में एसपी कार्यालय पहुंचकर परिजनों ने हंगामा भी किया। एक करोड़ परिजनों के मुआवजा दिए जाने के साथ ही दोषियों पर सख्त कार्रवाई की मांग भी की गई। इस मामले में तीन पुलिस वालों को सस्पेंड किया गया है। युवक फिलहाल इंदौर रह रहा था।
देवास में दो दिन पहले हुई मेलखेडा के युवक की मौत के बाद आज परिजन एक अन्य घायल ईश्वर को लेकर देवास एसपी कार्यालय पहुंचे। उन्होंने औद्योगिक थाना पुलिस पर आरोप लगाते हुए कहा कि नकली मसाला बेचने के आरोप में पुलिस ने हमारे परिजनों को थाने में बैठाए रखा और रुपए की मांग की। जब उन्होंने रुपए नहीं दिए तो मारपीट की गई। जो मृतक के साथ एक अन्य साथी था, उसके शरीर पर भी चोट के निशान है।परिजनों ने एसपी कार्यालय में जमकर हंगामा भी किया। बताया जा रहा है कि मुकेश और उसका साढू ईश्वर शनिवार को सियागंज इंदौर से हल्दी सहित अन्य मिर्च पाउडर खरीदकर देवास में बेचने आए थे। शनिवार दोपहर के समय औद्योगिक पुलिस ने दोनों को नकली मिर्च पाउडर और मसाला बेचने के मामले में पकड़ लिया था और थाने में बैठा रखा था।रविवार सुबह मृतक के परिजनों को फोन पर सूचना दी गई थी कि मुकेश की हालत खराब है, उसे अस्पताल ले जाओ, इसके बाद परिजन पहुंचे और दोनों को जिला अस्पताल ले गए, जहां से मुकेश को इंदौर रेफर कर दिया था। इंदौर के अस्पताल में मुकेश भाट की मौत हो गई। मुकेश इंदौर में किराए के मकान में रहता था, वह मूल रूप से मंदसौर जिले के श्यामगढ़ मेलखेड़ा का निवासी है और उसके चार मासूम बच्चे हैं। घायल ईश्वर ने पुलिस पर आरोप लगाते हुए कहा कि हम मसाला बेचने आए थे, पुलिस ने शनिवार को बंद कर हमें जमकर पीटा। रुपए की मांग की गई। पुलिस की मारपीट से हुई मुकेश की मौत हो गई, जबकि मुझे भी जमकर पीटा गया। इधर, अतिरिक्त एसपी मंजीत सिंह चावला ने कहा कि घायल को मेडिकल के लिए भेजा गया है, थाने में लगे सीसीटीवी कैमरे के डीवीआर को जब्त करने के निर्देश दिए गए हैं। एसडीओपी सोनकच्छ को पूरे मामले की जांच सौंपी गई है। एसपी ने इस मामले में एएसआई देवेंद्र चौहान, प्रआ सतीश सिकरवार और आरक्षक विकास पटेल को सस्पेंड कियाहै।