
नगरपालिका अध्यक्ष श्रीमती रमादेवी गुर्जर ने सार्वजनिक कार्यक्रमों का शुभारंभ श्री प्रेमप्रकाश आश्रम से किया
हमें हमेशा धर्म के मार्ग पर चलना चाहिए-
मन्दसौर। नगरपालिका परिषद की नवनिर्वाचित अध्यक्ष श्रीमती रमादेवी बंशीलाल गुर्जर ने निर्वाचित होने के उपरांत अपने सार्वजनिक कार्यक्रमों का शुभारंभ अपना घर की 40 कन्याओं के साथ सिन्धी हिन्दू सनातन धर्म की प्रमुख धर्मपीठ श्री प्रेमप्रकाश पंथ की भगवान श्री पशुपतिनाथ की धार्मिक नगरी मंदसौर की शाखा श्री प्रेमप्रकाश आश्रम में पंथ के तृतीय पीठाधीश्वर सतगुरू स्वामी शांतिप्रकाश महाराज के 116वें जन्मोत्सव कार्यक्रम में भगवान श्री लक्ष्मीनारायण एवं सतगुरू स्वामी टेऊँरामजी महाराज के समक्ष 116वें जन्मोत्सव के निमित्त 116 द्वीप प्रज्वलित कर आरती से किया।
इस आशय की जानकारी श्री प्रेमप्रकाश सेवा मण्डली के अध्यक्ष पुरूषोत्तम शिवानी ने देते हुए बतलाया कि इस पुनित अवसर पर नवनिर्वाचित उपाध्यक्ष नम्रता रिप्पी चावला, पार्षद श्रीमती निर्मला चंदवानी एवं पार्षद पति नरेश चंदवानी, रामेश्वर मकवाना भी पधारे। श्रीमती रमादेवी एवं बंशीलाल गुर्जर को जब कुर्सी पर बैठाया गया तो आपने साफ इंकार करते हुए संगत केसाथ नीचे बिछात पर बैठक ही केक प्रसाद का भोग लगाया।
इस अवसर पर श्रीमती रमादेवी ने कहा कि मुझे अत्यन्त ही प्रसन्नता हो रही है कि मेरे निर्वाचन के बाद एवं कल पदभार ग्रहण करने के पूर्व संध्या कार्यक्रमों की शुरूआत श्री प्रेमप्रकाश आश्रम में युगपुरुष स्वामी शांतिप्रकाश महाराज के 116वें जन्मोत्सव से हो रही है। आप जनता ने जो अवसर दिया है, उस पर मैं खरी उतरूँ उसके लिये आपका आशीर्वाद चाहिये। इस अवसर पर बंशीलाल गुर्जर ने कहा कि मैंने जैसे ही श्री प्रेमप्रकाश आश्रम में प्रवेश कर भगवान श्री लक्ष्मीनारायण एवं सतगुरूओं के दर्शन किये तो मुझे लगा कि मैं यहां दर्शन करने हेतु पूर्व में क्यों नहीं आया किन्तु मनुष्य ऐसे स्थानों पर स्वयं नहीं आता जब भगवान व सतगुरूओं का हुकुम होता है हम तभी आ सकते है। श्री गुर्जर ने कहा कि हमें अगर विकारों से बचना है तो धर्म एवं सत्मार्ग के पथ पर चलना चाहिये। हमें हमेशा धर्म का पालन करते हुए सतगुरूओं के बताये मार्ग पर चलना चाहिए वहीं सेह में मोक्ष का मार्ग प्राप्त होगा। आपने श्री प्रेमप्रकाश ग्रंथ की अमृतमयी वाणी की प्रशंसा करते हुए कहा कि इसमें गीता, रामायण का समावेश है। आपने नगर का विकास नगर के नागरिकों के सहयोग एवं सुझाव के आधार पर करने की बात कही।
श्रीमती पुष्पा पमनानी ने सतगुरूओं के आशीष एवं आशीर्वाद के भजनों से एवं परवर पहनाकर आशीर्वाद दिया। श्रीमती नम्रता प्रितेश चावला ने भी दर्शन कर प्रसाद ग्रहण किया। इस अवसर पर दृष्टानन्द नैनवानी, पं. विनोद शर्मा, नन्दू आडवानी, पूज्य सिन्धी भाईबंध पंचायत के अध्यक्ष वासुदेव सेवानी, डॉ. सुरेश पमनानी, प्रितम खैमानी, नारायण शिवानी, दयाराम जैसवानी, गिरीश भगतानी, राजकुमार लालवानी, देवीदास प्रदनानी, दिनेश रामचन्दानी, मोहनलाल ककनानी, पिंटू पमनानी, किशन लालवानी, गिरीश शिवानी सहित सैकड़ों की तादाद में संगत ने भाग लिया।
अंत में गादिपति पंचम पीठाधीश्वर सतगुरू स्वामी भगतप्रकाशजी महाराज के मुखारविन्द द्वारा आशीर्वाद व सुख, समृद्धि, रिद्धी-सिद्धी का पल्लव (अरदास) ऑनलाईन पाकर समाप्त किया गया।
आभार प्रदर्शन डॉ. सुरेश पमनानी ने किया और नवनिर्वाचित अध्यक्ष श्रीमती रमादेवी बंशीलाल गुर्जर के परिवार की प्रशंसा करते हुए कहा कि मेरे डॉक्टर बनने के बाद सबसे पहले शुरूआत लालघाटी से की थी तब से मेरी श्री बंशीलाल गुर्जर के परिवार से निकटता है। आप भाभीजी निश्चित रूप से नगरपालिका अध्यक्ष पद पर जनता की सेवा करने में सफल होगी।