दो।साल बाद उमड़ा भक्ति का सैलाब, भोले निकले गली मोहल्लों में,दिया आशीष मंदसौर। कोरोना के कारण दो साल पशुपतिनाथ की शाही सवारी नहीं निकल पाई। दो साल बाद पशुपतिनाथ ने भक्तों के हाल जानने के लिए नगर भ्रमण किया। शाही सवारी में आस्था का सैलाब उमड़ा। जिले ही नहीं, बल्कि दूर दूर से लोग शाही सवारी में शामिल हुए। महत्वपूर्ण बात यह रही कि इस बार मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान भी शाही सवारी में पहुंचे। यहां उन्होंने सबसे पहले पशुपतिनाथ मंदिर पहुंचकर पूजा अर्चना की। इसके बाद शाही सवारी में बाबा के दर्शन किए और शाही सवारी का हिस्सा बने। हालंाकि मुख्यमंत्री के सुबह साढ़े दस बजे सवारी में शामिल होने की थी। लेकिन दौरा कार्यक्रम में परिवर्तन अंतिम समय में हुआ। करीब एक बजे मुख्यमंत्री मंदसौर पहुंचे।उमस और गर्मी के बावजूद भी भक्तों का जोश कम नही हुआ ओर दूगना हो गया।  डीजे, ढोल की थाप पर कलाकरों सहित युवाओं ने जमकर नृत्य किया। तेज बारिश में भी भगवान पशुपतिनाथ की एक झलक देखने को भारी जन सैलाब उमड पडा। नगर के ही नही वरन दूर दराज से व आस-पास के अंचलों से भी लोगो ने बाबा के दर्शन का लाभ लिया। सभी धर्मालु हाथो में फूल माला लिए बाबा के स्वागत को आतुर दिखे। फूलो एवं विघुत सज्जा से सुसज्जित रथ को प्रात: कालीन आरती मंडल के 50 से अधिक सदस्य एवं युवा रथ को खिचते चल रहे थे। यात्रा सुबह करीब 10.30 बजे से प्रारंभ हुई।यह आकर्षण का केंद्रशाही सवारी में मंदसौर का बैंड, कड़ाबीन पार्टी उज्जैन, त्रिशूल भगवान श्री पशुपतिनाथ का, श्री दशपुर महाकालेश्वर व्यायामशाला एवं शिक्षा समिति का अखाड़ा, श्री नालछा माता मंदिर की झांकी, दक्षिण भारत की बाहुबली हनुमान वानर सेना संग झांकी, बाहुबली महादेव अघोरी झांकी, राम दरबार, राधा कृष्ण, महाकाली और अघोरी झांकी ट्राले पर थी। इन सभी झांकियों के आगे डीजे भी चल रहे थे। इसके पश्चात डीजे पार्टी, उज्जैन ताशा पार्टी, नासिक ढोल, डमरु मंडल उज्जैन, मंदसौर की युवतियों बालिकाओं और महिलाओं की कलश यात्रा थी। उसके पश्चात भगवान श्री पशुपतिनाथ महादेव का शाही रथ, श्री तापेश्वर महादेव की झांकी, भगवान श्री ओखा बावजी की झांकी, स्वच्छता मिशन की झांकी थी।इन मार्गों से निकलेगी शाही सवारीपशुपतिनाथ महादेव की शाही सवारी का 26 वां वर्ष है। सवारी श्री पशुपतिनाथ महादेव मंदिर से उतारा खानपुरा, श्री केशव सत्संग भवन, खानपुरा, मंडीगेट, सदर बाजार, धान मंडी, बड़ा चौक, गणपति चौक, शुक्ला चौक, कालाखेत, नेहरू बस स्टैंड, श्री बड़े बालाजी मंदिर, भारत माता चौराहा, कालिदास मार्ग, घंटाघर, सदर बाजार, मंडी गेट, प्रतापगढ़ पुल होते हुए मंदिर प्रांगण पहुंची।जगह-जगह स्वल्पाहार की व्यवस्थाखानपुरा क्ष़ेत्र से लेकर बस स्टेण्ड तक जगह-जगह सवारी मे शामिल बाबा के भक्तो एवं धर्मालुओ के लिए विभिन्न संगठनो द्वारा 150 से अधिक स्थानों पर स्वागत एवं स्वल्पाहार की व्यवस्था की गई। कही खिचडी तो कही पानी -शर्बत तो कही फल वितरित किये गये। स्टालो पर भक्तो ने बाबा के उपर फूलो से वर्षा की। वही जगह-जगह सुरक्षा को लेकर पुलिस जवानों ने मोर्चा संभाले रखा। सुरक्षा व्यवस्था और यातायात व्यवस्था को लेकर प्रशासन काफीेेे मुस्तैद दिखा।सावन का अंतिम सोमवार को उमड़ा जलसैलाबश्रावण के अंतिम सोमवार को पूरा मंदसौर जिला शिवमय हो गया।श्री पशुपतिनाथ महादेव मंदिर में सुबह से ही भक्तों का तांता लगा हुआ था।  सुबह से ही शहर सहित जिले भर के शिवालयों में भक्तों के पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया था। श्री पशुपतिनाथ महादेव मंदिर परिसर में अलसुबह से भक्त पहुंचने लगे थे। मंदिर के बाहर भक्तों की लाइन लगी थी। शाही सवारी में रजत प्रतिमा का पूजन-अर्चन कर अभिषेक के बाद शाही रथ में विराजित किया गया। रजत प्रतिमा का नयनाभिराम शृंगार अलग-अलग मुखों का किया गया।

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