
नपाध्यक्ष एवं उपाध्यक्ष पूर्व परिषद की निंद्रा का अनुसरण नही करते हुये सजगता से आगामी दिनो में कार्य शुरू करवाये
मंदसौर। नगर की बाढ नियंत्रण व्यवस्था आज भी कांग्रेस शासित नपा परिषदो द्वारा निर्मित संसाधनो पर ही केन्द्रीत है। वर्ष 2019 में कमलनाथजी की सरकार मे ंआयी भयंकर बाढ के दौरान नगरिय प्रशासन मंत्री श्री जयवर्धनसिंहजी द्वारा नवीन पंप हाउस की घोषणा एवं लगभग पंद्रह करोड की राशि जारी किये जाने के बावजुद आज दिन तक भाजपा की नपा परिषदे नवीन पंप हाऊस को आकार नही दे सकी है। सोमवार एवं मंगलवार की रात्री को मंदसौर में मूसलाधार बारिश के दौरान धानमंडी क्षेत्र एवं निचले इलाको के नागरिक पुरी रात नही सो सके, नपा कर्मचारियो की सजगता से पानी दुकानो में नही भरा जिसके कारण फिलहाल व्यापारियो का नुकसान होने से बच गया लेकिन आगामी समय में नवीन पंप हाउस के निर्माण को लेकर के नपा की उदासीनता शहर को भारी पड सकती है।
जिला कांग्रेस प्रवक्ता सुरेश भाटी बताया कि पूर्व नपाध्यक्ष श्री राम कोटवानी द्वारा अपने जन्मदिवस पर पंप हाउस का भूमीपूजन कर उसे भूल गये, उसके उपरांत नपा प्रशासक महोदय द्वारा नपा से जुडे सिर्फ जरूरी कार्यो पर ही ध्यान केन्द्रीत करते हुये नवीन पंप हाउस जैसी महत्ती योजना पर ध्यान नही लगाया जिसके चलते लगभग तीन साल बीत जाने के बावजुद नवीन पंप हाउस की योजना सिर्फ कागजो में ही सीमटकर रही गयी। उन्होनें मंदसौर नगर में सोमवार एवं मंगलवार की रात्री को हुई भारी बारिश का हवाला देते हुये कहा कि वर्ष 1972 में तत्कालिन मुख्यमंत्री श्री श्यामाचरण शुक्ल द्वारा प्रदत्त पंप हाउस जो कि कांग्रेस की परिषद ने बनवाया था वही काम आया, नपा के तैनात कर्मचारियो ने सजगता से पानी निकालते रहे लेकिन वर्तमान पंपो की क्षमता काफी कम है ऐसे में नवीन पंप हाउस मंदसौर नगर के लिये अनिवार्य है।
श्री भाटी ने खानपुरा, धानमंडी क्षेत्रो में बाढ की समस्या के निपटारे के लिये नवीन पंप हाउस का कार्य मानसून के उपरांत जल्द शुरू करने की मांग नवीन नपाध्यक्ष श्रीमती रमादेवी बंशीलाल गुर्जर एवं उपाध्यक्ष श्रीमती नम्रता प्रीतेश चावला से करते हुये कहा कि योजना में काफी देरी पहले ही हो चुकी है। यह राजनिति का नही बल्कि शहर हित का कार्य है ऐसे में नवीन परिषद पूर्व परिषद की निद्रा का अनुसरण नही करते हुये आगामी दिनो में पंप हाउस का का कार्य शुरू करवाये।