मंदसौर। स्वास्थ्य व्यवस्थाओं के दावों की पोल जिला अस्पताल में खुल रही है। पहले तो डॉक्टरों की कमी है। इसके बाद ढाई माह पहले रेडियोलॉस्जिट छोडक़र चला गया। तब से सोनोग्राफी मशीन ही बंद है। जिला अस्पताल में आने वाले मरीजों को अस्पताल में ही स्थित सोनोग्राफी सेंटर से सुविधाएं मिल रही थी। लेकिन चिकित्सकों की कमी से जूझ रही जिला अस्पताल की व्यवस्थाएं बार-बार प्रभावित हो रही है। जिला अस्पताल के सोनोग्राफी सेंटर में रेडियोलाजिस्ट डा. विकास शर्मा पदस्थ थे। इस्तीफा देने के बाद तीन जून से डा.शर्मा चले गये है। इसके कारण सोनोग्राफी सेंटर बंद हो गया है। जब से सोनोग्राफी सेंटर बंद हुआ तब से ही मरीजों की परेशानी बढ़ गई है। सोनोग्राफी सेंटर की मशीनों को चलाने के लिये रेडियोलाजिस्ट की ही आवश्यकता है, लेकिन तीन जून के बाद से लगभग ढाई माह बीतने को है, अब तक जिला अस्पताल में रेडियोलाजिस्ट नहीं आए है।
जिला अस्पताल में चिकित्सकों की कमी के कारण कई व्यवस्थाएं प्रभावित है। हम कोशिश करते है कि सभी व्यवस्थाएं ठीक रहे। सोनोग्राफी रेडियोलाजिस्ट ही करता है, दूसरे डा से नहीं करवा सकते। तीन जून से डा.विकास शर्मा के द्वारा इस्तीफा दिया गया है। तब से यह पोस्ट खाली है। उसी दिन से हमने पत्राचार उज्जैन, भोपाल किया है। कलेक्टर द्वारा भी पत्र शासन को लिखा है। विधायक द्वारा भी यह विषय स्वास्थ्य मंत्री को बताया है। हमे अब तक विषय विशेषज्ञ रेडियोलाजिस्ट नहीं मिले है, जो मशीन को चला सके। इसके कारण जिला अस्पताल का सोनोग्राफी सेंटर बंद है।
