जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, मंदसौर द्वारा आयोजित नेशनल लोक अदालत में कुल 1109 प्रकरणों का निराकरण कर 63773865/- रूपये के अवार्ड पारित किया गया। 
                   राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण नई दिल्ली एवं म.प्र. राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, जबलपुर के निर्देशानुसार व प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश/अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण मंदसौर श्रीमान् अजीत सिंह के मार्गदर्शन में दिनांक 13 अगस्त 2022 शनिवार को नेशनल लोक अदालत का आयोजन जिला न्यायालय मंदसौर एवं तहसील न्यायालय गरोठ, भानपुरा, नारायणगढ़, सीतामऊ में किया गया।
                     उक्त अवसर पर माननीय प्रधान जिला न्यायाधीश/अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, मंदसौर श्री अजीत सिंह, प्रधान न्यायाधीश कुटुम्ब न्यायालय कु. नीता गुप्ता, अध्यक्ष अभिभाषक संघ श्री रघुवीरसिंह पंवार एवं जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव श्री हर्ष सिंह बहरावत, सप्तम जिला न्यायाधीश श्री विशाल शर्मा, मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट श्री सुरेश सिंह जमरा द्वारा माँ सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्जवलन कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया।
                     उपरोक्त अवसर पर प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश/अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण मंदसौर श्रीमान् अजीत सिंह द्वारा बताया कि दिनांक 13 अगस्त 2022 की नेशनल लोक अदालत हेतु जिले में कुल 26 न्यायिक खण्डपीठों का गठन किया गया है साथ ही समस्त न्यायाधीशगण एवं अधिवक्तागण से उपरोक्त नेशनल लोक अदालत में अधिक से अधिक प्रकरणों को राजीनामे के माध्यम से निराकृत किये जाने में सहयोग प्रदान किये जाने हेतु अपील की।
                     उपरोक्त शुभारंभ कार्यक्रम में प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश एवं अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण मंदसौर श्रीमान् अजीत सिंह, विशेष न्यायाधीश श्री राजेन्द्र कुमार सोनी, अध्यक्ष अभिभाषक संघ श्री रघुवीरसिंह पंवार, प्रधान न्यायाधीश कुटुम्ब न्यायालय कु. नीता गुप्ता, सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण श्री हर्ष सिंह बहरावत, प्रथम जिला एवं अपर सत्र न्यायाधीश श्री किशोर कुमार गेहलोत, तृतीय जिला एवं अपर सत्र न्यायाधीश डॉ. प्रीति श्रीवास्तव, द्वितीय जिला एवं अपर सत्र न्यायाधीश श्री जितेन्द्र कुमार बाजोलिया, सप्तम जिला एवं अपर सत्र न्यायाधीश श्री विशाल शर्मा, मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट श्री सुरेश सिंह जमरा, द्वितीय व्यवहार न्यायाधीश वरिष्ठ खण्ड श्री प्रेमदीप सांखला, चतुर्थ व्यवहार न्यायाधीश वरिष्ठ खण्ड कु. लक्ष्मी वास्कले, तृतीय व्यवहार न्यायाधीश वरिष्ठ खण्ड श्री प्रवीण कुमार सोंधिया, पंचम व्यवहार न्यायाधीश वरिष्ठ खण्ड श्री विनोद अहिरवार, चतुर्थ व्यवहार न्यायाधीश कनिष्ठ खण्ड श्री राहुल सोलंकी, प्रथम व्यवहार न्यायाधीश कनिष्ठ खण्ड श्रीमती साहंगी दुग्गल, द्वितीय व्यवहार न्यायाधीश कनिष्ठ खण्ड सुश्री निकिता वार्ष्णेय, पंचम व्यवहार न्यायाधीश कनिष्ठ खण्ड सुश्री प्राची पाण्डेय, तृतीय व्यवहार न्यायाधीश कनिष्ठ खण्ड सुश्री राजेश्वरी जर्मन, जिला विधिक सहायता अधिकारी श्री प्रवीण कुमार, अधिवक्तागण, न्यायिक कर्मचारीगण, विभिन्न बैंक, बीमा कम्पनियां, विद्युत विभाग एवं विभिन्न विभागों के अधिकारीगण, क्लेमेंट अधिवक्तागण, खण्डपीठ सदस्यगण (अधिवक्तागण एवं सामाजिक कार्यकर्ता), इत्यादि उपस्थित रहे।
                     उक्त लोक अदालत में 5910 कोर्ट में लंबित मामले निराकरण के लिए रखे गए थे जिसमें से कुल 580 प्रकरणों का निराकरण किया गया, जिसमें कुल 6,04,57,142/-का अवार्ड पारित किया गया। इसी प्रकार कुल 5226 प्रीलिटिगेशन रखे प्रकरण में से 529 प्रकरणों का निराकरण किया गया जिसमें 33,16,723/- राशि की वसूली की गई। मोटर दुर्घटना क्षतिपूर्ति दावा प्रकरण 55 निराकृत किए गए, जिसमें कुल राशि 2,19,59,380/- का अवार्ड पारित किया गया। इस लोक अदालत में धारा 138 के अंतर्गत चैक वाउंस के 235 प्रकरण निराकृत किए गए जिसमें कुल राशि रू. 2,91,15,131/- का अवार्ड पारित किया गया।  नेशनल लोक अदालत में कुछ विशेष मामलों का भी निराकरण हुआ :-
पारिवारिक विवादों का हुआ समाधान
                       आवेदिका राजनन्दनी का विवाह अनावेदक मनीष से हुआ था, विवाह से एक संतान हुई फिर कुछ बातों को लेकर दोनों के मध्य विवाद होने से पति-पत्नी दोनों विगत 03 वर्ष से अलग-अलग रह रहे थे। मामला लोक अदालत की खण्डपीठ सुश्री नीता गुप्ता, प्रधान न्यायाधीश कुटुम्ब न्यायालय, मंदसौर के समक्ष आने पर दोनो को समझाईश दी गई, जिस पर से पति-पत्नी दोनों एक-दूसरे के साथ रहने एवं वैवाहिक जीवन साथ में व्यतित किये जाने हेतु सहमत हुये। विवाद के समाधान होने पर माननीय प्रधान जिला न्यायाधीश श्री अजीत सिंह की उपस्थित में पति-पत्नी दोनों ने एक दूसरे को फुल-माला पहनाकर खुशी-खुशी साथ रहने का वचन लेकर अपने घर लोटे।

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