
छोटे शहरों की खुरदुरी जमीन से बड़े सपनो की उड़ान आसान नहीं है । क्योंकि यहां हर कदम पर रूड़ीवादी परंपराओं की जंजीरे ख्वाबों को रोकने के लिए हमेशा तैयार रहती है लेकिन संजीवनी ने इन सब हर्डल को तोड़ कर अपने मन के मुताबिक काम करने का फैसला किया और आज वो अपना नाम फैशन वर्ल्ड मे बनाने की कोशिश कर रही है । बचपन से ही संजीवनी को कपड़ों में इंटरेस्ट था इसको लेकर ही प्रयोग किया करती थी फिर उन्होंने अपने कैरियर के रूप में फैशन डिजाइनिंग अपनाने का फैसला किया फिर उन्होंने इंदौर से अपनी डिग्री हासिल कर खुद का काम शुरू किया और आज अपने मेहनत से वे अपने ब्रांड वानी द लेबल को स्थापित करने के प्रयास में जुटे हैं । मंदसौर जेसी जगह पर उन्होंने हम उम्र लड़कियों को एक नई राह दिखाई है और वे खुद फाइनेंशली इंडिपेंडेंस को एडवोकेट करती हैं।