
इंदौर के MGM Medical College से जुड़े अस्पतालों – MYH, Mental Hospital, Super Specialty, Cancer Hospital, MTH Hospital में Chadar Dhulai Ghotala (Bed Sheet Laundry Scam) सामने आया है। यह घोटाला किसी मेडिकल उपकरण या दवा खरीदी से नहीं, बल्कि अस्पतालों की चादरों की धुलाई से जुड़ा है। इस स्कैम में सरकार को करोड़ों रुपये की हानि हुई है। खास बात यह है कि यह घोटाला पूर्व डीन Dr. Jyoti Bindal और Dr. Sanjay Dixit के कार्यकाल से जारी है।
7 साल में 5.77 करोड़ रुपये का घोटाला
Fab Care Industrial Laundry Company को 10 रुपये प्रति चादर के हिसाब से पांचों अस्पतालों की Laundry Services का ठेका दिया गया।
- Total Beds: 2292
- Monthly Payment (Assuming Full Occupancy): ₹6,87,600
- Annual Payment: ₹82,51,200
- 7 Years Total Scam Amount: ₹5,77,58,400
अस्पतालों के बेड कभी भी पूरी तरह भरे नहीं रहते, फिर भी Laundry Bills को Full Occupancy के आधार पर क्लीयर किया गया।
कैसे हुआ घोटाला?
- Patient Count vs. Bed Count: चादर धुलाई के बिल Patients के हिसाब से नहीं, बल्कि Ward Beds के हिसाब से लगाए गए।
- Fake Billing: कई अस्पतालों में बेड खाली रहते थे, लेकिन Laundry Bills लगातार बनते रहे।
- Contract Extension: अनुबंध की अवधि समाप्त होने के बाद भी Tender Extension दिया गया।
- Staff Mismanagement: अनुबंध के अनुसार कर्मचारियों की संख्या भी पूरी नहीं थी।
मेंटल अस्पताल ने उठाई आपत्ति, तब खुला घोटाला
Mental Hospital के Superintendent Dr. V.S. Pal ने इस घोटाले का पर्दाफाश किया। उन्होंने Laundry कंपनी द्वारा लगाए गए फर्जी बिलों की शिकायत Dean Dr. Arvind Ghanghoria से की। इसके बाद जांच शुरू हुई और घोटाले की परतें खुलती चली गईं।
कंपनी को टेंडर कैसे मिला?
2018 में, MGM Medical College ने Laundry का संचालन PPP (Public-Private Partnership) Model पर निजी कंपनी को सौंप दिया। Modern Technology और High-Quality Laundry Services का दावा किया गया, लेकिन कुछ समय बाद ही शिकायतें आने लगीं। इसके बावजूद कंपनी का Contract Extend किया जाता रहा।

2023 में मिला Termination Notice, फिर भी जारी रहा काम
नवंबर 2023 में, पूर्व डीन Dr. V.P. Pandey ने Laundry Contractor को सेवा समाप्त करने का नोटिस दिया था। इसके बावजूद Fab Care Industrial Laundry Company ने काम जारी रखा। Tender Expiry के बावजूद नए टेंडर को Hand Over नहीं किया गया।
सुपर स्पेशलिटी और कैंसर अस्पतालों में भी अनियमितताएं
Super Specialty Hospital और Cancer Hospital में भी Laundry Mismanagement की शिकायतें सामने आईं। MT Hospital में जब चादरें कम दी गईं, तब डॉक्टरों ने Payment Hold कर दिया था।
Hospital Staff से दुर्व्यवहार, फिर भी कार्रवाई नहीं
Laundry कंपनी के खिलाफ कई गंभीर शिकायतें मिलीं:
- कपड़ों की सफाई ठीक से नहीं होना
- गंदगी और Hygiene Protocols का उल्लंघन
- OT और Emergency Services के कपड़े समय पर उपलब्ध न कराना
- Staff के साथ दुर्व्यवहार
- Hospital Management पर Payment के लिए दबाव बनाना

जांच कमेटी गठित, बड़ा खुलासा संभव
Dean Dr. Arvind Ghanghoria ने इस घोटाले की जांच के लिए Special Audit Committee गठित की है। समिति सभी दस्तावेजों की जांच कर रिपोर्ट देगी। Fraudulent Payments और Contract Irregularities की जांच के बाद आगे की कार्रवाई होगी।
कंपनी का बचाव, लेकिन सवाल बाकी
Laundry Contractor Manish Arora ने आरोपों से इनकार किया और कहा कि उन्होंने October 2024 से Cancer और Mental Hospitals के कपड़े धुलने बंद कर दिए थे। लेकिन सवाल यह है कि 7 साल तक गलत तरीके से बिलिंग क्यों हुई?
क्या होगा अगला कदम?
- Tender History की जांच
- Contractual Violations पर कार्रवाई
- Ex-Dean और अन्य अधिकारियों की भूमिका की जांच
- फर्जी बिलिंग करने वाली कंपनी पर कानूनी कार्रवाई
इंदौर के सरकारी अस्पतालों में यह Laundry Scam स्वास्थ्य सेवाओं में भ्रष्टाचार की एक और मिसाल है। सरकार को चाहिए कि इस मामले में सख्त कार्रवाई करे और दोषियों को दंडित करे। साथ ही, अस्पतालों में Audit System को मजबूत किया जाए ताकि भविष्य में इस तरह के घोटाले न हों।