
इंदौर की प्रसिद्ध रंगपंचमी गेर के दौरान एक बड़ा हादसा हो गया। रंगों से सराबोर भीड़ के बीच एक युवक टैंकर के पहिए के नीचे आ गया। हादसे के बाद मौके पर अफरा-तफरी मच गई और लोगों ने तुरंत टैंकर रुकवाकर युवक को बाहर निकाला। गंभीर रूप से घायल युवक को एंबुलेंस तक पहुंचाया गया, लेकिन यहां एक और बड़ी लापरवाही सामने आई – एंबुलेंस में ड्राइवर ही मौजूद नहीं था!
हादसे की प्रमुख बातें:
गेर के दौरान हादसा: टोरी कॉर्नर की गेर में पानी बरसाते टैंकर का पहिया युवक पर चढ़ गया।
तुरंत निकाला गया: हादसे के बाद भीड़ ने तुरंत टैंकर रुकवाकर युवक को बाहर निकाला।
बिना ड्राइवर की एंबुलेंस: प्रशासन की लापरवाही उजागर, घायल युवक को एंबुलेंस में ही इलाज दिया गया।
पुलिस का सुरक्षा दावा फेल: गेर मार्ग पर 4 हजार पुलिसकर्मियों की तैनाती के बावजूद ऐसी चूक।
प्रशासन की बड़ी लापरवाही!
इंदौर की रंगपंचमी गेर को लेकर प्रशासन ने सुरक्षा के सख्त दावे किए थे, लेकिन हादसे ने इन सभी दावों की पोल खोल दी।
- इतनी बड़ी गेर में एम्बुलेंस में ड्राइवर की अनुपस्थिति गंभीर सवाल खड़े करता है।
- सुरक्षा के नाम पर 4,000 पुलिसकर्मी तैनात थे, फिर भी टैंकरों को नियंत्रित करने में प्रशासन विफल रहा।
- गेर में भीड़ की सुरक्षा के लिए विशेष मार्ग निर्धारित किए गए थे, लेकिन इस घटना ने सुरक्षा इंतजामों को कटघरे में खड़ा कर दिया है।
इंदौर की रंगपंचमी गेर: सुरक्षा के इंतजाम और सवाल
इंदौर की गेर एशिया की सबसे बड़ी गेरों में से एक मानी जाती है, जहां लाखों लोग शामिल होते हैं। हर साल इस आयोजन में सुरक्षा को लेकर बड़े-बड़े दावे किए जाते हैं, लेकिन इस बार का हादसा प्रशासन की तैयारियों की कमजोरी को उजागर करता है।
क्या प्रशासन इस लापरवाही की जिम्मेदारी लेगा?
क्या गेर आयोजनों में सुरक्षा और मजबूत की जाएगी?
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