
मंदसौर। अध्यक्ष का नपा में स्वागत किया गया। कुल मिलाकर आज से नपा के जनप्रतिनिधियों ने कार्यालयीन कार्य भी शुरु कर दिया। यहां सबसे महत्वपूर्ण बात यह रहेगी कि पूर्व में दिखाए गए सपनों को धरातल पर उतारना। इसमें शामिल है कालाभाटा बांध पर दिखाया गया पिकनिक स्पाट का सपना। शिवना नदी पर बने काला भाटा बांध के पास खाली पड़ी भूमि पर पिकनिक स्पॉट का सपना लापरवाही की भेंट चढ़ गया। अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों ने सात साल पहले तैयार की गई योजना पर ध्यान नहीं दिया। यहां तक की इस योजना राशि तक स्वीकृत हो गई थी। लेकिन जिम्मेदार जमीन हस्तांतरण नहीं करवा पाए।
कालाभाटा बांध के आसपास शासकीय भूमि को पिकनिक स्पॉट के रूप में विकसित करने के लिए छह साल पहले नपा ने तत्कालीन कलेक्टर शशांक मिश्र को आवेदन दिया था। इसके बाद ग्राम पंचायत खिलचीपुरा ने आपत्ति ली थी। वर्ष 2014 में ही ग्रापं खिलचीपुरा की आपत्ति का निराकरण हो गया। बाद में जनवरी 15 से जमीन हस्तांतरण की प्रक्रिया चलती रही। 2015 से कई बार संशोधन के लिए फाइल तहसील कार्यालय से नपा व फिर नपा से तहसील कार्यालय पहुंची लेकिन जमीन हस्तांतरण नहीं हो पाया। इसके अलावा नगरपालिका के जिम्मेदारों ने इस योजना पर ध्यान नहीं नहीं दिया। अधिकारियों के अनुसार जमीन आवंटन की फाइल रामघाट स्थित वाटर वर्क्स पर है। यह योजना नपा की पिछली परिषद में बनी थी, वर्तमान परिषद का भी कार्यकाल पूरा हो चुका है। ऐसे में पिकनिक स्पॉट की यह योजना अब पूरी होने की उम्मीद कम लग रही है।
अमृत योजना में राशि भी स्वीकृत हुई थी
कालाभाटा बांध के समीप पिकनिक स्पॉट के लिए शासन ने वर्ष 2016 में 2.13 करोड़ रुपए स्वीकृत कर केन्द्र सरकार की वाप्कोस लिमिटेड कम्पनी को नियुक्त कर दिया लेकिन कालाभाटा पर जमीन नहीं मिलने के कारण सर्वे नहीं हो पाया।
यह है योजना
तेलिया तालाब पिकनिक स्पॉट के बाद शहर में सज्जित पिकनिक स्पॉट की जरूरत महसूस हो रही है। कालाभाटा पर आकर्षक फूलवारी, हट्स, रेस्टोरेंट, झूला-चकरी सहित अन्य सुविधाएं उपलब्ध कराने की योजना तैयार की गई। फोरलेन के समीप स्थित जगह पर एक ओर भरपूर पानी और खुला प्राकृतिक शुद्घ वातावरण लोगों को योजना मूर्त रूप लेने के बाद काफी लाभ मिलता।